डीएनए हिंदी: जम्मू-कश्मीर में बीते कुछ समय में कई कश्मीरी पंडितों की हत्या कर दी गई. इसी के चलते कश्मीर घाटी से पंडितों का पलायन शुरू हो गया है. अब कश्मीर के मुसलमानों ने पहल दिखाते हुए संदेश दिया है कि वे पंडितों के साथ खड़े हैं. शुक्रवार को जुमा की नमाज के बाद कई मस्जिदों से ऐलान किया गया कि घाटी में रहने वाले हिंदू अपने घर छोड़कर न जाएं.
कश्मीर के मुसलमानों ने आम लोगों की हत्या की निंदा की है. साथ ही, प्रमुख मस्जिदों से संदेश दिया गया है कि इस्लाम में बेकसूर लोगों की हत्या नामंजूर है. अनंतनाग की जामिया मस्जिद के इमाम सज्जाद नोमानी ने कहा कि यह शर्मनाक है कि आतंकवादी खुद को इस्लामिक ठहराने के लिए आम लोगों की हत्याएं कर रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि हम लोग घाटी में पंडितों, हिंदुओं और आम लोगों की इन हत्याओं से दुखी हैं और इसकी कड़ी निंदा करते हैं.
यह भी पढ़ें- J-K: अनंतनाग में मुठभेड़, हिजबुल मुजाहिदीन का कमांडर निसार खांडे ढेर
मस्जिदों से की गई निंदा, लोगों से न जाने की अपील
बारामूला में जुमे की नमाज के बाद शांति मार्च भी निकाला गया. श्रीनगर, कुपवाड़ा, कुलगाम और शोपियों की मस्जिदों से भी इन हत्याओं की निंदा की गई और पंडितों से अपील की गई कि वे घाटी छोड़कर न जाएं. इमामों और मौलानाओं ने लोगों को कहा है कि हिंदू अल्पसंख्यकों के साथ वे खड़े हैं, इसलिए वे अपने घर छोड़कर न जाएं.
यह भी पढ़ें- Kashmir: पुलिस, टीचर, सरकारी अफसर...फिर टारगेट किलिंग पर उतरे आतंकी, हर दिन दहशत के घेरे में घाटी!
श्रीनगर के लाल चौक पर जुमे की नमाज के बाद आम लोगों ने धरना दिया. प्रदर्शनकारियों ने 'हिंदू बचाओ, कश्मीर बचाओ' के नारे लगाए. स्थानीय लोगों का सवाल है कि 'आखिर कब तक?' यह सब चलता रहेगा और लोगों को मारा जाता रहेगा?
आपको बता दें कि बीते दो महीने में कई लोगों की टारगेटेड किलिंग हुई है. किसी को सरकारी दफ्तर में, किसी को स्कूल में तो किसी को उसी के घर में गोली मार दिए जाने से कश्मीरी पंडितों में डर बैठ गया है. घाटी से लोगों का पलायन शुरू हो गया है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
Kashmir: पंडितों के पलायन के बीच मस्जिदों से अपील- घाटी छोड़कर न जाएं हिंदू, हम आपके साथ खड़े हैं