शुक्रवार को संसद भवन की सुरक्षा को लेकर सुरक्षा अभ्यास (मॉक ड्रिल) कराया गया. अचानक शुरू हुए इस अभ्यास से लोग चौंक गए और घबराकर इधर-उधर भागने लगे. सभी के लिए यह समझ पाना मुश्किल था कि आखिर यह क्या हो रहा है. बाद में जब लोगों को पता चला कि यह बस एक अभ्यास है, इसके बाद लोगों की जान में जान आई.
दिल्ली पुलिस सुरक्षा में रही मौजूद
आपको बता दें कि मॉक ड्रिल के दौरान NSG कमांडो और हेलिकाप्टर भी शामिल रहा. इस दौरान हेलिकाप्टर से एयर सर्वे भी कराया गया. इसके साथ ही दिल्ली पुलिस outer Security में तैनात थी. जानकारी के अनुसार ये मॉक ड्रिल 4 बजे शुरू हुई और 15 मिनट तक चली. इस 15 मिनट में संसद भवन में अफरा-तफरी मच गई. बाद में जब लोगों को मॉक ड्रिल का पता चला, इसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली.
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क्या होता है मॉक ड्रिल?
मॉक ड्रिल एक सिम्युलेटेड प्रैक्टिस है जो वास्तविक समय की आपातकालीन स्थिति की हूबहू नकल की जाती है. सभी तरह की कमजोरी का मूल्यांकन करने के लिए व्यक्तियों और संगठन को तैयार किया जाता है.
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संसद भवन पर अचानक टूट पड़े NSG कमांडो, 15 मिनट चला हंगामा, क्या था कारण