डीएनए हिंदी: आज की रात बेहद खास होने वाली है, क्योंकि आसमान से एक साथ इतने उल्कापिंड गिरने वाले हैं कि आपको अपनी आंखों पर यकीन नहीं होगा. ये जेमिनिड मेटियोर शॉवर (Geminid Meteor Shower) हैं जो कि 14 और 15 दिसंबर की रात के बीच दिखेंगे और पूरा आसमान इससे जगमगा उठेगा. भारत में भी आप इस अद्भुत को नजारे देख सकेंगे, लेकिन उससे पहले जान लीजिए कि आखिर इन्हें देखने का सबसे सही समय क्या होगा और कैसे इन्हें देखा जा सकेगा.
कैसे देखेंगे Geminid meteor shower
ये उल्कापिंड जेमिनी नक्षत्र से आ रहे हैं, ऐसे में इन्हें जेमिनिड मिटियोर शॉवर नाम दिया गया है. खास बात ये है कि इस नजारे को देखने के लिए किसी तरह की टेक्नॉलजी या इक्विप्मेंट की जरूरत नहीं पड़ेगी और आप अपनी आंखों से ही इस नजारे को देख सकेंगे. बस आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि ज्यादा रोशनी में इसका बढ़िया लुत्फ नहीं उठा सकेंगे. ऐसे में किसी शांत या कम रोशनी वाले इलाके या फिर रात को दो-तीन बजे इसे देखने का बेस्ट टाइम होगा.
Geminid Meteor Shower: आज रात हर घंटे आसमान से गिरेंगे 120 उल्कापिंड, ऐसे देख सकेंगे ये खूबसूरत नजारा
क्यों होती है उल्कापिंडों की बारिश
उल्कापिंडों की बारिश तब दिखाई देती है, जब पृथ्वी सूरज की उस कक्षा में पहुंचती है, जहां पर उल्कापिंडों की बड़ी बेल्ट है. ये उल्कापिंड जब पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण शक्ति की वजह से हमारे वायुमंडल में प्रवेश करते हैं, तो ये जलते हुए दिखाई देते हैं. ऐसे लगता है कि आसमानी बारिश हो रही है. दिसंबर में अंतरिक्ष में पृथ्वी का रास्ता, 3200 ‘फैथॉन’ (3200 Phaeton) नाम के एस्टेरॉयड के रास्ते से मिलता है जिसके कण पृथ्वी की राह में पड़ने के बाद पृथ्वी के वायुमंडल के घर्षण से जलकर रंगीन रेखा बनाते हैं जिसे आम भाषा में टूटते तारे कहा जाता है.
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भारत में कब, कहां, कैसे और कितने बजे देख सकेंगे आसमान से होने वाली उल्कापिंड की बारिश