Cyber Crime: डिजिटल तकनीक के बढ़ते उपयोग के साथ-साथ साइबर अपराध भी तेजी से बढ़ रहे हैं. ताजा मामला मुंबई के 58 वर्षीय रिटायर पुलिस निरीक्षक केशव अंदले का है, जिन्हें साइबर अपराधियों ने 10.60 लाख रुपये की ठगी का शिकार बनाया. बता दें कि अंदले महाराष्ट्र राज्य खुफिया विभाग (SID) में कार्यरत थे और सेवानिवृत्ति होने के बाद घर से काम करने के लिए जॉब तलाश रहे थे.
अग्रिपाड़ा पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी के मुताबिक, 13 सितंबर को केशव अंदले को एक अज्ञात महिला से व्हाट्सएप पर पार्ट-टाइम नौकरी का प्रस्ताव मिला. इस प्रस्ताव में टेलीग्राम ऐप डाउनलोड कर कुछ सोशल मीडिया प्रॉडक्ट को लाइक और रिव्यू करने का काम दिया गया. शुरुआत के तीन काम पूरे करने के लिए अंदले को 38,000 रुपये दिए गए, जिसके बाद उन पर और भरोसा बढ़ गया.
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ठगों ने उड़ा लिए 10.60 लाख रुपये
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसके बाद उन्हें ज्यादा काम पाने के लिए पहले कुछ पैसे जमा करने के लिए कहा गया. अंदले ने उनके कहने पर 10 लाख 60 हजार रुपये जमा कर दिए और सभी काम पूरे किए. लेकिन उनके वर्चुअल अकाउंट में पैसे नहीं आए. जब उन्होंने इसकी जानकारी ली, तो उन्हें और पैसे जमा करने को कहा गया. जिसके बाद उन्हें ये एहसास हुआ की उनके साथ कुछ गलत हो रहा है. जिसके बाद अंदले ने साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 पर संपर्क किया और पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई.
पुलिस ने दर्ज किया मामला
पुलिस ने अंदले की शिकायत पर भारतीय दंड संहिता की धारा 418 (धोखाधड़ी), धारा 419 और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 66C (पहचान की चोरी) और 66D (कंप्यूटर संसाधनों के माध्यम से छल) के तहत मामला दर्ज किया है. पुलिस इस मामले की अब जांच कर रही है. लगातार इस तरह की घटना एक बार फिर दर्शाती है कि साइबर अपराधियों के झांसे में आने से कैसे आम नागरिकों को आर्थिक नुकसान हो सकता है.
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