डीएनए हिंदी: महाराष्ट्र (Maharashtra) के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (Shiv Sena) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के हाथों से उनकी पार्टी की कमान फिसलती जा रही है. एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के नेतृत्व वाली शिवसेना के साथ, ठाकरे परिवार के पुराने सिपाही शिंदे गुट से जुड़ते जा रहे हैं. उद्धव ठाकरे सियासी तौर पर हाशिए पर चले जा रहे हैं. उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना जिन 15 राज्यों में एक्टिव थी, वहां के 12 राज्य प्रमुख शिंदे गुट के साथ जुड़ गए हैं.
शिवसेना बालासाहब (Shiv Sena Balsaheb) के प्रमुख एकनाथ शिंदे ने कहा है कि सभी राज्यों में पार्टी के विकास के लिए वह हर संभव मदद करने के लिए तैयार हैं. महाराष्ट्र के बाहर भी एकनाथ शिंदे अपनी पार्टी का विस्तार करेंगे. ऐसा लग रहा है कि अब पुराने शिवसैनिकों का ठाकरे परिवार पर भरोसा नहीं रहा, इसलिए वे एकनाथ शिंदे गुट के साथ जा रहे हैं.
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किन राज्यों में लगा है उद्धव ठाकरे को झटका?
दिल्ली शिवसेना प्रमुख संदीप चौधरी, मणिपुर प्रमुख तोम्बी सिंह, मध्य प्रदेश प्रमुख थानेश्वर महावर, छत्तीसगढ़ प्रमुख धनंजय परिहार, गुजरात प्रमुख एस आर पाटिल, राजस्थान के प्रमुख लखन सिंह पवार, हैदराबाद के प्रमुख मुरारी अन्ना, गोवा के प्रमुख जितेश कामत, कर्नाटक के प्रमुख कुमार ए हकरी, पश्चिम बंगाल के प्रमुख शांति दत्ता, ओडिशा के राज्य प्रभारी ज्योतिश्री प्रसन्ना कुमार और त्रिपुरा के राज्य प्रभारी बरीवदेव नाथ अब उद्धव ठाकरे का साथ छोड़ चुके हैं. सभी प्रमुखों ने एकनाथ शिंदे गुट के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई है.
प्रमुखों के शामिल होने पर क्या बोले एकनाथ शिंदे?
एकनाथ शिंदे ने उद्धव के करीबी शिवसैनिकों को अपने गुट में शामिल कराने के बाद कहा, 'आज अलग-अलग राज्यों के शिवसेना क्षेत्रीय प्रमुखों ने मुझसे मुलाकात की और उन सभी ने हमें अपना समर्थन देने की घोषणा की. इस अवसर पर हुई बैठक में हर जगह शिवसेना पार्टी संगठन के विस्तार को लेकर व्यापक चर्चा हुई.'
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...फिसलती जा रही है उद्धव ठाकरे के हाथों से पार्टी की कमान
कभी उद्धव ठाकरे के सबसे करीबी रहे एकनाथ शिंदे ने ही शिवसेना को दो गुटों में बांट दिया. उन्होंने पहले उद्धव ठाकरे से सत्ता छीनी फिर पार्टी. एकनाथ शिंदे ने इस साल जून में शिवसेना नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह का नेतृत्व किया था जिसकी वजह से उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली एमवीए सरकार गिर गई थी. इसके बाद उन्होंने शिवसेना के बागी विधायकों के साथ मिलकर बीजेपी के समर्थन से सरकार बनाई.
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जून में शिंदे ने सीएम और बीजेपी के देवेंद्र फडणवीस ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली थी. सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में शिवसेना और सीएम एकनाथ शिंदे गुटों की ओर से दायर याचिकाओं को पांच न्यायाधीशों की पीठ के पास भेज दिया, जिसमें दलबदल, विलय और अयोग्यता से संबंधित कई संवैधानिक प्रश्न उठाए गए थे.
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क्या करेंगे उद्धव ठाकरे?
उद्धव ठाकरे अपनी पार्टी को दोबारा खड़ा करने की कोशिशों में जुटे हैं. उन्होंने हाल ही में हुई एक बैठक में फैसला किया था कि शिवसेना बूथ स्तर पर अपने कार्यकर्ताओं की कोर टीम बनाएगी. उद्धव ठाकरे खुद जिलेवार महाराष्ट्र का दौरा करेंगे. उद्धव ठाकरे अभी रणनीति तैयार ही कर रहे हैं लेकिन एकनाथ शिंदे अपनी पार्टी का विस्तार करते जा रहे हैं. पुराने शिवसैनिक एकनाथ शिंदे गुट के साथ जुड़ते जा रहे हैं.
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उद्धव ठाकरे को एक और झटका, शिंदे गुट से जुड़े 12 राज्यों के चीफ, अब क्या करेगी शिवसेना?