डीएनए हिंदी: महाराष्ट्र में जारी सियासी हलचल के बीच गुजरात से बड़ी खबर है. एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में सूरत पहुंचे बागी विधायकों को रात में सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाने की तैयारी की जा रही है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बागी विधायकों को स्पाइड जेट चार्टर्ड प्लेन से असम की राजधानी गुवाहाटी भेजा जा रहा है. इसकी बड़ी वजह शिवसेना प्रतिनिधि मंडल का सूरत पहुंचना बताया जा रहा है. कहा जा रहा है कि एकनाथ शिंदे को भी यह डर है कि कुछ विधायक वापस मुंबई लौट सकते हैं इसलिए सभी को शिफ्ट किया जा रहा है. सूत्रों ने बताया है कि एकनाथ शिंदे अपने साथ 40 विधायकों के होने का दावा कर रहे हैं.
महाराष्ट्र में सोमवार को मंगलवार को क्या हुआ?
एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद महाराष्ट्र की MVA सरकार की स्थिरता पर सवाल खड़े होने लगे हैं. शिवसेना सांसद संजय राउत ने बताया कि भाजपा शासित गुजरात के सूरत शहर में शिंदे के साथ पार्टी के 14 से 15 विधायक हैं. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि नितिन देशमुख सहित इनमें से दो विधायकों को पीटा गया है और देशमुख को दिल का दौरा पड़ा है. शिवसेना ने ठाणे से ताल्लुक रखने वाले शिंदे (58) के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें महाराष्ट्र विधानसभा में पार्टी समूह के नेता पद से हटा दिया है.
उधर, संकट से निपटने के लिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कदम उठाने शुरू किए और अपने एक प्रतिनिधिमंडल को सूरत भेजा तथा बगावती तेवर अपनाने वाले नेता शिंदे से फोन पर बात भी की. ठाकरे द्वारा भेजे गए शिवसेना के दो नेताओं ने मंगलवार को सूरत के एक होटल में बागी नेता एकनाथ शिंदे और अन्य विधायकों से मुलाकात की और महाराष्ट्र सरकार के अस्तित्व को खतरे में डालने की क्षमता वाले आंतरिक संकट को दूर करने को लेकर विस्तृत चर्चा की. ठाकरे के विश्वासपात्र मिलिंद नार्वेकर व रवींद्र फाटक तथा शिंदे और अन्य विधायकों के बीच यह चर्चा होटल में हुई. करीब दो घंटे तक चली बैठक के बाद मीडिया के सवालों का जवाब दिए बिना नार्वेकर और रवींद्र सड़क मार्ग से मुंबई रवाना हो गए.
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महाराष्ट्र में विधान परिषद (एमएलसी) चुनाव के नतीजे आने के कुछ घंटे बाद शिंदे और उनके समर्थक विधायक सोमवार देर रात सूरत के होटल पहुंचे. मंगलवार दोपहर महाराष्ट्र भाजपा के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने राज्य के ताजा राजनीतिक घटनाक्रम से उनकी पार्टी का कोई भी संबंध होने से इनकार किया था. हालांकि उन्होंने कहा था कि अगर शिंदे सरकार बनाने का प्रस्ताव लेकर आते हैं तो भाजपा इस पर 'जरूर विचार करेगी.' वहीं, दिल्ली में NCP के प्रमुख शरद पवार ने कहा था कि महाराष्ट्र में तीसरी बार सरकार गिराने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने कहा था कि यह शिवसेना का आंतरिक मामला है और उद्धव ठाकरे स्थिति को संभाल लेंगे.
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महाराष्ट्र की 288 सदस्सीय विधानसभा में भाजपा के 106, शिवसेना के 55, राकांपा के 53, कांग्रेस के 44, बहुजन विकास आघाडी के तीन और समाजवादी पार्टी, एआईएमआईएम व प्रहार जनशक्ति पार्टी के दो-दो विधायक हैं. वहीं, MNS, माकपा, पीडब्लूपी, स्वाभिमानी पक्ष, राष्ट्रीय समाज पार्टी, जनसुराज्य शक्ति पार्टी और क्रांतिकारी शेतकारी पक्ष के पास राज्य विधानसभा में एक-एक विधायक हैं. महाराष्ट्र विधानसभा में निर्दलीय विधायकों की संख्या 13 है. MVA के अन्य घटक दलों, राकांपा और कांग्रेस के नेताओं ने हालांकि दावा किया था कि राज्य सरकार की स्थिरता पर कोई खतरा नहीं मंडरा रहा है.
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Maharashtra Political Crisis: क्या बच पाएगी ठाकरे सरकार? सूरत से गुवाहाटी शिफ्ट किए जाएंगे बागी विधायक