डीएनए हिंदी: महाराष्ट्र की सियासत में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी काफी सक्रिय रहे हैं लेकिन उनकी यह सक्रियता बीजेपी पर भारी पड़ती रही है. पहले भी विवादित बयान देते रहे हैं लेकिन अब नया मामला एक बार फिर खड़ा हो गया है क्योंकि राज्यपाल साहब ने एक विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह के दौरान छत्रपति शिवाजी महाराज की तुलना केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और एनसीपी नेता शरद पवार से कर दी थी. इस मुद्दे पर अब बवाल मचा हुआ है क्योंकि बीजेपी पर अब एनसीपी पर बरस पड़े हैं और राज्यपाल को वापस बुलाने तक की मांग करने लगे हैं.
दरअसल, राज्यपाल कोश्यारी की शिवाजी पर टिप्पणी को लेकर तुरंत विपक्षी दलों की आलोचना शुरू हो गई है. कांग्रेस और राकांपा ने भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्हें वापस बुलाने की मांग की है. राकांपा प्रवक्ता क्लाइड कास्त्रो ने मांग की कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू तुरंत राज्यपाल को वापस बुलाएं. उन्होंने कहा कि कोश्यारी पहले भी कई बार इस तरह की विवादित टिप्पणी कर चुके हैं जिससे मराठी अस्मिता को ठेस पहुंची है.
गन फायरिंग से दहला कोलोराडो, गे क्लब गोलीबारी में 5 की मौत, 18 घायल
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने भी विवाद को लेकर कोश्यारी को वापस बुलाने की मांग की है. उद्धव गुट के शिवसेना नेता अनिल देसाई ने कहा, "हमारे योद्धा राजा छत्रपति शिवाजी महाराज का इस तरह का अपमान पूरी तरह से अस्वीकार्य है. यह उन लोगों की मानसिकता को भी दर्शाता है जो इस तरह की टिप्पणी कर रहे हैं.” संभाजी ब्रिगेड जैसे विभिन्न अन्य राज्य संगठनों से भी नाराज़गी भरी प्रतिक्रियाएं आईं है. मुख्यमंत्री और बालासाहेबंची शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे के साथ-साथ भाजपा के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को भी मुश्किल में डाल दिया है. इससे राज्य में नया सियासी हड़कंप भी मच गया है.
इस मुद्दे पर संभाजी ब्रिगेड के नेता संतोष शिंदे ने आरोप लगाया कि कोश्यारी की टिप्पणी ने उनकी "शिवाजी विरोधी मानसिकता" को दिखाया है. उन्होंने कहा, “छत्रपति शिवाजी महाराज महाराष्ट्र और भारत के लोगों के दिलों और दिमाग में बने हुए हैं. वे पिछली साढ़े तीन सदियों से हमारी प्रेरणा बने हुए हैं.शिवाजी महाराज के उच्च आदर्श प्रत्येक व्यक्ति में दृढ़ता से समाहित हैं. उन्हें देखने और अनुभव करने के लिए किलों का दौरा करना चाहिए."
मंगलुरु ब्लास्ट के आरोपी की हुई पहचान, ISIS के साथ कनेक्शन, जांच एजेंसियों की बढ़ी मुश्किलें!
शिवाजी के वंशज पूर्व भाजपा सांसद छत्रपति संभाजीराजे ने कहा है कि छत्रपति शिवाजी महाराज एक किंवदंती हैं. वह भूत, वर्तमान और भविष्य के लिए मार्गदर्शक शक्ति और प्रेरणा हैं. आपको बता दें कि महाराष्ट्र में राजनीतिक दलों ने अक्सर अपने चुनावी अभियान में शिवाजी के नामों का उपयोग किया है. हवाईअड्डों और रेलवे स्टेशनों का नाम उनके नाम पर रखने से लेकर उनकी जयंती मनाने तक सभी में शिवाजी की विरासत पर अपना दावा ठोकने के लिए राज्य की पार्टियां हमेशा एक-दूसरे से होड़ करती रही हैं. इसका उदाहरण यह ही है कि शिवाजी की जयंती महाराष्ट्र में दो बार हिंदी और अंग्रेजी कलेंडर के तहत दो बार मनाई जाती है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
राज्यपाल कोश्यारी के बयान ने बढ़ाई BJP की मुश्किलें, कांग्रेस-NCP ने घेरा