डीएनए हिंदी: महाराष्ट्र (Maharashtra) की एकनाथ शिंदे सरकार (Eknath Shinde) अब देशभक्ति के रंग में पूरी तरह से रंग गई है. सरकार ने सरकारी दफ्तरों के लिए एक ऐसा फरमान जारी किया है, जिस पर विपक्षी दल हंगामा खड़ा कर सकते हैं. महाराष्ट्र के मत्यस्य विकास और सांस्कृतिक मामलों के मंत्री सुधीर मुनगंटीवार (Sudhir Mungantiwar) ने फरमान जारी किया है कि अब सरकारी दफ्तरों में फोन पर हेलो (Hello) बोलने की जगह वंदे मातरम (Vande Mataram) बोलना अनिवार्य होगा.
सुधीर मुनगंटीवार का तर्क है कि हेलो विदेशी शब्त है इसलिए इसे त्यागना जरूरी है. वंदे मातरम शब्द नहीं बल्कि हर भारतीय की भावना है. यह जनभावना है, जिसका इस्तेमाल सरकारी दफ्तरों में होना अनिवार्य है.
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विभाग मिलते ही एक्शन में आ गए संस्कृति मंत्री
महाराष्ट्र में रविवार को ही विभागों का बंटवारा हुआ था. जैसे ही सांस्कृतिक मंत्रालय की जिम्मेदरी सुधीर मुनगंटीवार को सौंपी गई, वह हरकत में आ गए. उन्होंने कहा कि अब से महाराष्ट्र में सभी सरकारी कार्यालयों में अधिकारी और कर्मचारी फोन पर अपनी बात की शुरुआत वंदे मातरम से ही करनी होगी.
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कर्मचारियों को हेलो की जगह वंदे मातरम कहना अनिवार्य होगा. उन्होंने कहा कि वंदे मातरम से संबंधित फरमान का आधिकारिक आदेश भी निकाला जाएगा.
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विपक्ष कर सकता है हंगामा
महाराष्ट्र सरकार के इस फैसले पर हंगामा बरप सकता है. जो लोग वंदे मातरम नहीं कहते हैं वह इस फैसले पर ऐतराज जता सकते हैं. ऐसे में महाराष्ट्र की राजनीति में आने वाले दिनों में नया सियासी हंगामा देखने को मिल सकता है.
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महाराष्ट्र के सरकारी दफ्तरों में हेलो बोलने पर रोक, कर्मचारियों को कहना होगा वंदे मातरम