डीएनए हिंदी: महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले में समृद्धि एक्सप्रेस-वे पर शनिवार को दर्दनाक हादसा हो गया. बस में आग लगने से 25 यात्रियों की झुलस कर मौत हो गई, जबकि आठ घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. हादसे में जीवित बचे यात्री किसी तरह बस की खिड़की तोड़कर बाहर निकल सके. इनमें से एक यात्री ने अपना दर्द बयां करते हुए बताया कि हम मदद के लिए चिल्ला रहे थे लेकिन सड़क पर गुजर रहे किसी शख्स ने भी अपनी गाड़ी नहीं रोकी. अगर वे मदद के लिए आ जाते तो शायद काफी लोगों की जान बच जाती.

घायल शख्स ने बताया कि जब हादसा हुआ मैं सो रहा था. मैं बस की पिछली सीट पर बैठा था. मेरी आंख खुली तो मेरे ऊपर 3-4 यात्री पड़े हुए थे. उनको हटाकर देखा तो बस उलटी पड़ थी. बस की खिड़कियां ऊपर की ओर थीं. इसके बाद मैं अपने साथ बैठे यात्री के साथ पीछे की खिड़की तोड़कर बाहर निकल आया. बाहर आकर हमने वहां से गुजर रहीं गाड़ियों से मदद मांगने की कोशिश की लेकिन किसी ने भी गाड़ी नहीं रोकी. बस यात्री मदद के लिए चिल्ला रहे थे.

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हादसे में जीवित एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि बस का एक टायर फट गया और गाड़ी में तुरंत ही आग लग गई. देखते ही देखते आग फैल गई.’ उन्होंने कहा, ‘मैं और मेरे बगल में बैठा एक यात्री पिछले हिस्से की खिड़की तोड़कर निकलने में सफल रहे.’ एक स्थानीय निवासी ने कहा कि चार से पांच यात्री बस की एक खिड़की तोड़कर निकलने में कामयाब रहे. उन्होंने कहा, ‘लेकिन हर कोई ऐसा नहीं कर सका. जो लोग बाद में बस से निकल सके उन्होंने हमें बताया कि उन्होंने राजमार्ग पर दूसरे वाहनों से मदद मांगी, लेकिन कोई नहीं रुका.’ उन्होंने कहा कि अगर राजमार्ग से गुजर रहे वाहन मदद के लिए रुकते तो और यात्रियों की जान बचाई जा सकती थी.

33 यात्रियों में से 25 की झुलसने से मौत
बुलढाणा के पुलिस अधीक्षक (एसपी) सुनील कडासने ने बताया कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, बस का एक टायर फट जाने से वाहन एक खंभे से टकराने के बाद डिवाइडर से टकरा गया और उसमें आग लग गई. अधिकारी ने बताया कि बस में सवार 33 यात्रियों में से 25 की झुलसने से मौत हो गई. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दुर्घटना की जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने हादसे में जान गंवाने वाले यात्रियों के परिजन को पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा भी की है. उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि शव इतनी बुरी तरह जल गए हैं कि उनकी पहचान कर पाना मुश्किल है, पहचान नहीं हो पाने की स्थिति में डीएनए परीक्षण कराया जाएगा. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और अन्य नेताओं ने हादसे पर दुख व्यक्त किया है. 

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पुलिस ने कहा कि ‘विदर्भ ट्रेवल्स’ की बस शुक्रवार शाम चार बजे नागपुर से पुणे के लिए निकली थी. पुलिस ने बताया कि रात के खाने के लिए बस यवतमाल जिले के कारंजा में रुकी थी और यात्रा फिर से शुरू करने के कुछ समय बाद बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई. बुलढाणा के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘डिवाइडर से टकराने के बाद बस दाहिनी ओर गिर गई जिससे बस के प्रवेश/निकास द्वार से निकलना लगभग नामुमकिन हो गया. कुछ ही मिनटों में गाड़ी में आग लग गई. कुछ यात्री टूटी खिड़कियों से बाहर निकलने में सफल रहे.’ उन्होंने बताया कि बस चालक से पूछताछ के बाद उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. 

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Maharashtra bus accident survivor injured passenger told that no one came to help
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'चीख रहे थे लोग, लेकिन मदद के लिए नहीं आया कोई', चश्मदीद ने सुनाई बताई
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Maharashtra Bus Tragedy: 'चीख रहे थे लोग, लेकिन मदद के लिए नहीं आया कोई', चश्मदीद ने सुनाई खौफनाक दास्तां