डीएनए हिंदी: मध्य प्रदेश में टिकट बंटवारे को लेकर बीजेपी के नेताओं की संख्या बढ़ती जा रही है. ये बागी नेता निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी कर चुके हैं. ऐसे में गृह मंत्री अमित शाह ने इन नाराज नेताओं को दिल्ली बुलाया है. जहां अमित शाह ने इन नाराज नेताओं से मुलाकात करेंगे और नामांकन वापस लेने के लिए मनाएंगे. सूत्रों की मानें तो इन बागियों को मानने के लिए अमित शाह ने एक फॉर्मूला तैयार किया है. मध्य प्रदेश में नामाकंन वापस लेने की आखिरी तारीख 2 नवंबर है.
इससे पहले इंदौर संभाग में बीजेपी के चुनावी अभियान को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अगुवाई में सोमवार को होने वाली समीक्षा और मूल्यांकन बैठक स्थगित कर दी गई थी. बीजेपी प्रवक्ता आलोक दुबे ने बताया, ‘इंदौर संभाग में भाजपा के चुनाव अभियान को लेकर अमित शाह की अगुवाई में होने वाली समीक्षा और मूल्यांकन बैठक स्थगित कर दी गई. इस बैठक की नई तारीख अभी तय नहीं है.’
इंदौर में होने वाली थी अमित शाह की समीक्षा बैठक
उन्होंने बताया कि 17 नवंबर को होने वाले प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों के पर्चा दाखिल करने की 30 अक्टूबर (सोमवार) आखिरी तारीख थी. इंदौर संभाग में बीजेपी के कई बागी नेता सोमवार को अपना नामांकन दाखिल करने पहुंचे. दुबे के मुताबिक, नामांकन दाखिल करने के लिए उम्मीदवारों की रैलियों के आयोजन के मद्देनजर इंदौर संभाग में भाजपा के चुनाव अभियान को लेकर अमित शाह की अगुवाई वाली समीक्षा और मूल्यांकन बैठक स्थगित कर दी गई. उन्होंने बताया कि इस अहम बैठक में इंदौर संभाग के 50 प्रमुख भाजपा पदाधिकारियों को हिस्सा लेना था.
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किसानों और आदिवासियों की बड़ी आबादी वाले इस संभाग में कुल 37 विधानसभा सीटें हैं. साल 2018 के पिछले विधानसभा चुनावों के दौरान भाजपा को इस क्षेत्र में कांग्रेस के हाथों बड़ा नुकसान झेलना पड़ा था.
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नाराज नेताओं की दिल्ली दरबार में हाजिरी, अमित शाह के फॉर्मूले से बदलेंगे बागियों के सुर?