डीएनए हिंदी: राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता और बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने शनिवार को केंद्र सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि लड़ने वालों की ही जीत होती है, इसलिए जो लड़ेगा वह जीतेगा. आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद के साथ दिल्ली से वापस पटना लौटे तेजस्वी ने एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बात करते हुए राहुल गांधी को सुप्रीम कोर्ट से मिली राहत पर बयान दिया. उन्होंने कहा कि न्यायालय का जो फैसला आया है, उसका हम लोग स्वागत करते हैं. यह न्याय की जीत है.
तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि मुझे लगता है कि राहुल गांधी को जिस तरह से तंग किया जा रहा था, वैसे सत्ता में बैठे जितने भी लोग हैं किसी न किसी तरीके से उनको परेशान तो कर ही रहे हैं. लेकिन लड़ने पर ही जीत होती है, जो लड़ेगा वह जीतेगा. जो डरेगा वह हारेगा. भाजपा द्वारा 2024 में फिर नरेंद्र मोदी के आने के दावे के संबंध में पूछे जाने पर तेजस्वी ने कहा कि यह समय ही बताएगा.
गौरतलब है कि शुक्रवार को राजधानी दिल्ली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी 'मोदी सरनेम' मामले में सर्वोच्च न्यायालय से राहत मिलने के बाद राजद अध्यक्ष लालू यादव से मिले थे. इस दौरान तेजस्वी भी मौजूद थे. लालू की इस मुलाकात पर बीजेपी ने निशाना साधा है.
ये भी पढ़ें- 'सिखों को मार डालो, जगदीश टाइटलर ने भीड़ को उकसाया', CBI की चार्जशीट में दावा
बीजपी ने साधा निशाना
बीजेपी के नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि मोदी सरनेम वाले सभी व्यक्तियों को चोर बताने वाली गैरजिम्मेदाराना टिप्पणी के कारण राहुल गांधी की सजा पर सुप्रीम कोर्ट ने सिर्फ रोक लगाई है, उन्हें दोषमुक्त नहीं किया है. इससे उन्हें मिली तात्कालिक राहत पर लालू प्रसाद सबसे ज्यादा खुश और नीतीश कुमार सबसे ज्यादा दुखी होंगे. मोदी ने कहा कि कोर्ट के फैसले के बाद राहुल गांधी ने सबसे पहले सिर्फ लालू प्रसाद से भेंट की और जदयू को दरकिनार रखा. उन्होंने कहा कि उत्साहित कांग्रेस अब राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद के अघोषित उम्मीदवार के रूप में खुलकर प्रोजेक्ट करेगी. उसके बढते प्रभाव वाले गठबंधन में नीतीश कुमार, शरद पवार और ममता बनर्जी को ज्यादा तरजीह क्यों मिलेगी?
सुशील मोदी ने कहा कि बेंगलुरु बैठक में ही जब कांग्रेस ने नीतीश कुमार की उपेक्षा शुरू कर दी थी, तब मुंबई बैठक में विपक्षी गठबंधन का संयोजक पद ऐसे व्यक्ति को मिलना मुश्किल है, जो स्वयं 'दूल्हा' बनना चाहता हो. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और लालू प्रसाद मिलकर जब संसदीय चुनाव के लिए टिकट का बंटटवारा करेंगे, तब जदयू को किनारे ही लगाएंगे. मोदी ने कहा कि कानून की नजर में राहुल अब भी मानहानि के मामले में सजायाफ्ता हैं, यह अलग बात है कि सजा पर रोक लगने से फिलहाल उनकी संसद सदस्यता बहाल हो सकती है. उन्होंने कहा कि जो लोग सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर खुशी से इतरा रहे हैं, उन्हें उसी फैसले में राहुल गांधी के बयान पर न्यायालय की हिदायत और टिप्पणी भी पढनी चाहिए. (इनपुट-PTI)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
राहुल गांधी से मिलने के बाद पटना वापस लौटे लालू-तेजस्वी, बोले 'जो लड़ेगा वही जीतेगा'