डीएनए हिंदी: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) की कुरसी खतरे में है और राज्य में राजनीतिक संकट भी गहराता जा रहा है. खदान लीज मामले में दोषी पाए गए सोरेन की विधायकी को कल राज्यपाल द्वारा चुनाव आयोग की अनुशंसा पर अयोग्य करार दिया जा सकता है जिसके बाद उन्हें अपने सीएम पद से भी इस्तीफा देना पड़ सकता है.
कल राज्यपाल कर सकते हैं घोषणा
दरअसल, ANI के मुताबिक कल राज्यपाल हेमंत सोरेन की विधायकी रद्द करने को लेकर एक बड़ा फैसला ले सकते हैं और इसकी आधिकारिक सूचना कल यानी शनिवार को चुनाव आयोग को भी दे सकते हैं. इसके साथ ही उन्हें सीएम पद भी छोड़ना पड़ सकता है. चुनाव आयोग ने गुरुवार को राज्यपाल से सोरेन की सदस्यता रद्द करने की सिफारिश की थी. हालांकि सोरेन को चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य घोषित करने के मामले में अभी कोई फैसला नहीं हुआ है.
Governor of Jharkhand is likely to send his recommendation, tomorrow, to ECI to disqualify Jharkhand CM Hemant Soren as an MLA: Sources
— ANI (@ANI) August 26, 2022
(File Pic) pic.twitter.com/eklQkoq0aa
कांग्रेस में तोड़फोड़, परिसीमन और नई वोटर लिस्ट, क्या इस तरह जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाएगी बीजेपी?
सूत्रों के मुताबिक चुनाव आयोग ने हेमंत सोरेन की विधायकी रद्द करने की अनुशंसा तो की है लेकिन चुनाव लड़ने को लेकर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया है. इसका अर्थ है कि हेमंत सोरेन चुनाव लड़ सकते हैं. हालांकि इस मामले में अभी राज्यपाल और चुनाव आयोग की तरफ कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है.
कुर्सी की नहीं है भूख
दूसरी ओर हेमंत सोरेन लगातार भाजपा और केंद्र सरकार पर हमलावर हैं. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, “सरकारी कुर्सी के भूखे हम लोग नहीं है बस एक संवैधानिक व्यवस्था की वजह से आज हमें रहना पड़ता है क्योंकि उसी के माध्यम से हम जन-कल्याण के काम करते हैं." इसके साथ ही उन्होंने आगे लिखा, "क्या कभी किसी ने सोचा था कि हर बूढ़ा-बुजुर्ग, विधवा और एकल महिला को पेंशन मिलेगा?आपके बेटा ने आपके आशीर्वाद से वह करके दिखाया."
सरकारी कुर्सी के भूखा हम लोग नहीं है बस एक संवैधानिक व्यवस्था की वजह से आज हमें रहना पड़ता है क्योंकि उसी के माध्यम से हम जन-कल्याण के काम करते हैं।
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) August 26, 2022
क्या कभी किसी ने सोचा था कि हर बूढ़ा-बुजुर्ग, विधवा और एकल महिला को पेंशन मिलेगा?आपके बेटा ने आपके आशीर्वाद से वह करके दिखाया। pic.twitter.com/8k5Fep5cPX
बीजेपी को बाहरी ताकत बताते हुए सोरेन ने सांकेतिक हमला बोला और कहा, "झारखंड के अंदर बाहरी ताकतों का गिरोह सक्रिय है. इस गिरोह ने विगत 20 वर्षों से राज्य को तहस-नहस करने का संकल्प लिया था.जब उन्हें 2019 में उखाड़ कर फेंका गया तो उन षड्यंत्रकारियों को यह बर्दाश्त नहीं हो रहा कि अगर हम यहां टिक गए तो उनका आने वाला समय मुश्किल भरा होने वाला है."
भाजपा के लिए वरदान हैं राहुल, कांग्रेस में सिर्फ बचेंगे 'गांधी'- हिमंत बिस्वा सरमा
गौरतलब है कि हेमंत सोरेन भाजपा और केंद्र सरकार पर केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाते रहे हैं. उन्होंने इशारों में कहा कि उन्हें केंद्र सरकार द्वारा ही परेशान किया जा रहा है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
रद्द हो सकती है Hemant Soren की विधायकी, राज्यपाल कल ले सकते हैं बड़ा फैसला