डीएनए हिंदी: राजस्थान में दलितों के खिलाफ अपराध के मामले अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) की मुश्किलें बढ़ाते जा रहे हैं. जालौर में पीने के पानी का बर्तन छू लेने पर स्कूल टीचर की पिटाई से घायल दलित छात्र की मौत के बाद अशोक गहलोत की सरकार निशाने पर है. न सिर्फ़ विपक्षी भाजपा बल्कि कांग्रेस (Congress) के नेता भी अशोक गहलोत की आलोचना कर रहा हैं. कांग्रेस के एक विधायक ने इसी मुद्दे को लेकर इस्तीफा दे दिया है. अब राजस्थान की बारां नगर परिषद के 12 कांग्रेस पार्षदों ने पार्टी के विधायक पानाचंद मेघवाल का समर्थन करते हुए दलितों पर कथित अत्याचार के विरोध में मंगलवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अपना इस्तीफा भेज दिया है.
आपको बता दें कि जालौर में कथित तौर पर पीने के पानी के बर्तन को छूने को लेकर स्कूल शिक्षक द्वारा पीटे जाने से नौ वर्षीय दलित लड़के की मौत के दो दिन बाद बारां-अटरू से विधायक मेघवाल ने सोमवार को गहलोत को अपना इस्तीफा भेजा था. कांग्रेस नेता और राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट मंगलवार को पीड़ित परिवार से मिलने जालौर रवाना हुए और कहा कि दलित समुदाय का विश्वास जीतने के लिए एक मजबूत संदेश देने की जरूरत है.
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25 में से 12 कांग्रेस पार्षदों ने भेजा इस्तीफा
इस बीच, विधायक के कदम का समर्थन करते हुए बारां नगर निकाय के 25 कांग्रेस पार्षदों में से 12 ने दलितों और वंचित वर्गों के खिलाफ कथित अत्याचार पर नाराजगी व्यक्त की. वॉर्ड नंबर 29 के पार्षद योगेंद्र मेहता ने कहा कि उन्होंने विधायक के समर्थन में और दलितों की रक्षा करने में सरकार की विफलता के खिलाफ अपना त्यागपत्र भेजा है. उन्होंने बताया कि जिन अन्य पार्षदों ने इस्तीफा भेजा है उनमें रोहिताश्व सक्सेना, राजाराम मीणा, रेखा मीणा, लीलाधर नागर, हरिराज एरवाल, पीयूष सोनी, उर्वशी मेघवाल, यशवंत यादव, अनवर अली, ज्योति जाटव और मयंक मथोदिया शामिल हैं.
योगेंद्र मेहता ने कहा कि वे बुधवार को कोटा संभागीय आयुक्त को अपने त्यागपत्र की प्रतियां सौंपेंगे. इस बीच, कोटा के इटावा नगर निकाय के मनोनीत पार्षद सुरेश महावर ने भी अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री को भेजा है. जालौर रवाना होने से पहले सचिन पायलट ने कहा, 'ऐसी घटनाओं की कड़ी निंदा करने की आवश्यकता है. हमें ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने की जरूरत है. केवल कानून, भाषण और कार्रवाई पर्याप्त नहीं हैं. हमें उन्हें एक मजबूत संदेश देना होगा कि हम उनके साथ हैं, ताकि उनमें विश्वास पैदा हो.'
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कांग्रेस नेता ने इस मुद्दे के राजनीतिकरण की निंदा करते हुए कहा कि यह अनुचित है, चाहे यह भाजपा द्वारा किया जाए या उनकी अपनी पार्टी द्वारा किया जाए. इस बीच, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने दलित लड़के के परिवार को 20 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की. महिला एवं बाल कल्याण मंत्री ममता भूपेश, लोक निर्माण मंत्री भजनलाल जाटव और आपदा प्रबंधन एवं राहत मंत्री गोविंद राम मेघवाल के साथ डोटासरा जालौर के सुराणा गांव में लड़के के घर पहुंचे. उन्होंने कहा कि वित्तीय सहायता उनकी पार्टी द्वारा दी जाएगी.
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दलित लड़के की मौत पर बुरे फंसे अशोक गहलोत, विधायक के बाद 12 पार्षदों ने भी दिया इस्तीफा