डीएनए हिंदी: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ बुधवार को अमृतसर पहुंचे थे. दुर्गियाना मंदिर के बाहर उन्हें प्रोटोकॉल की वजह से इंतजार करना रास नहीं आया. मंदिर के कपाट बंद थे, जिसकी वजह से उन्हें करीब 35 मिनट तक मंदिर के बाहर बैठना पड़ा. 

अमृतसर प्रशासन ने यह सूचना नहीं दी थी कि मंदिर के कपाट बंद हैं. उन्हें कपाट के खुलने का इंतजार करना पड़ा. इंतजार से ऊबकर जगदीप धनखड़ परेशान हो गए. उन्होंने दर्शन के बाद कहा कि इंतजाम से वह संतुष्ट नहीं हैं.

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बेहद प्रसिद्ध है दुर्गियाना मंदिर

दुर्गियाना मंदिर पंजाब के अमृतसर में पड़ता है. इसकी गिनती पंजाब के लोकप्रिय मंदिरों में होती है. यह दुर्गा मां का मंदिर है. इस मंदिर में देवी मां की विशाल और विकारल मूर्ति है. यह मंदिर देवी की असुर विध्वंसक छवि को दर्शाता है. 

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16वीं शताब्दी में बना था यह मंदिर 

दुर्गियाना मंदिर की स्थापना 16वीं शताब्दी में हुआ था. साल 1921 में गुरु हरसाई मल ने इसका जीर्णोद्धार कराया था. इस मंदिर में दर्शन करने हर साल लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं.

स्वर्ण मंदिर में भी उपराष्ट्रपति ने टेका मत्था

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने स्वर्ण मंदिर भी दर्शन करने पहुंचे थे. वह परिवार सहित मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे थे.

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Jagdeep Dhankhar Punjab Amritsar Durgiana Temple Vice president
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उपराष्ट्रपति को नहीं रास आया मंदिर का प्रोटोकॉल, नाराज होकर बैठे रह गए जगदीप
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स्वर्ण मंदिर में उपराष्ट्रपति ने टेका मत्था.
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स्वर्ण मंदिर में उपराष्ट्रपति ने टेका मत्था.

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पंजाब: नहीं खुले मंदिर के कपाट तो नाराज हो गए उपराष्ट्रपति, 35 मिनट करना पड़ा इंतजार