डीएनए हिंदी: भारत सरकार लगातार भारतीय सेना (Indian Army) को आधुनिक तौर पर सक्षम बनाने के लिए प्रयास कर रही है. इस अभियान के तहत ही 16 अगस्त को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने सेना को जरूरी हथियारों की स्वदेशी खेप सौंपी थी. इसकी खासियत यह है कि ये भारतीय सेना के लिए जहां वरदान है तो वहीं चीन और पाकिस्तान जैसे दुश्मनों के लिए यह एक बड़ा झटका साबित हो सकती है तो चलिए आपको बताते हैं कि इन हथियारों के जरिए कैसे भारतीय जवानों को एक लड़ाकू मशीन में तब्दील किया जा रहा है.
दरअसल, भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने स्वदेशी खास डिफ़ेंस सिस्टम और उपकरण सेना को सौंप दिए हैं. इनमें फ़्यूचर इंफ़ेंट्री सोल्जर, सैनिकों को निशाना बनाने वाली नई पीढ़ी की बारूदी सुरंगे, टैंकों के लिए अपग्रेडेट साइट सिस्टम, हमलावर नावें और हाई मोबिलिटी इंफ़ेंट्री प्रोटेक्टेड वाहन भी शामिल हैं. रक्षा मंत्री ने कहा था कि ये सिस्टम सेना की अभियान चलाने की तैयारियों में मदद करेंगे.
क्यों खास हैं ये आधुनिक हथियार
इन अत्याधुनिक हथियारों को लेकर रक्षा मंत्रालय की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक फ़्यूचर इंफ़ेंट्री सोल्जर को तीन मुख्य सिस्टम से लैस किया गया है. बात राइफल की करें तो यह पहली मॉर्डन असॉल्ट राइफ़ल है जो दिन और रात में देखने के लिए होलोग्राफ़िक और रिफ़्लेक्स विज़न सुविधा से लैस है. ऐसे में जवान रात के मिशन में आसानी से अपने निशानों को टारगेट करके उनका खात्मा कर सकते हैं.
इसके अलावा सैनिकों को स्पष्टता और सटीकता से देखने में मदद करने के लिए राइफ़ल और सैनिक के हेलमेट पर 360 डिग्री की दूरबीन होगी. सैनिक के पास राइफ़ल के अलावा कई तरह से काम आने वाला चाकू और कई तरह से इस्तेमाल हो सकने वाला हैंड ग्रेनेड भी होगा जिससे आपात स्थिति में इसका तुरंत प्रयोग किया जा सके.
हिंद महासागर में चीन के नेवी बेस का संचालन शुरू, सैटेलाइट फोटो से खुलासा, भारत के लिए बढ़ा खतरा
बुलेट प्रूफ जैकेट को भेदना मुश्किल
इसके अलावा सुरक्षा प्रणाली भी अहम मानी जा रही है. इसमें सैनिक को बुलेट प्रूफ़ जैकेट और हेलमेट से लैस किया गया है. ये जैकेट एके-47 जैसे हथियार की गोली से भी बचाव करने में सक्षम होगी और यदि इसे पहनने वाले वालों को लौह पुरुष कहा जाएगा तो यह निश्चित ही अतिश्योक्ति नहीं होगी.
सर्विलांस के लिए अहम है यह उपकरण
इसके अलावा इसमें तीसरा सिस्टम सबसे अहम क्योंकि यह संचार और सर्विलांस सिस्टम है. युद्ध से लेकर किसी खास मिशन तक में सर्विलांस के विशेष योगदान होता है. युद्ध या ऑपरेशन के दौरान जवान इस सिस्टम के ज़रिए रियल टाइम में एक-दूसरे से संचार कर सकेंगे. इसके अलावा इसे रियल टाइम डेटा से कनेक्ट भी किया जा सकेगा और आगे और भी अपग्रेड किया जा सकेगा जिसके चलते मिशन से दूर बैठे सहयोगी जवानों और आला अफसरों को भी मिशन की पूरी जानकारी रियल टाइम में मिलती रहेगी.
और क्या है खासियतें?
जवानों के लिए स्पेशल हेलमेट तैयार किए गए हैं. ये उपकरण निगरानी करने और दुश्मन को पकड़ने के मकसद से बनाया गया है. इसके ज़रिए दिन और रात में और किसी भी तरह के मौसम में दुश्मन पर नज़र रख सकेंगे. इसके अलावा आर्मामेंट रिसर्च डिवेलपमेंट एस्टेबलिशमेंट, पुणे और भारतीय रक्षा उद्योग के सहयोग से नई क़िस्म की बारूदी सुरंग भी बनाई गई है. इसे निपुण नाम दिया गया है. ये बारूदी सुरंग अभी इस्तेमाल हो रही बारूदी सुरंगों से अधिक प्रभावी और घातक होगी. ऐसे में इसके जरिए लंबे मिशनों में सैनिकों को इन उपकरणों की मदद प्राप्त होगी.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
भारतीय जवान बनेंगे Universal Soldier, लड़ाकू मशीन की तरह पड़ेंगे दुश्मन पर भारी, दिए गए ऐसे खास उपकरण