डीएनए हिंदी: पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के बीच विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' में ही बवाल बढ़ता जा रहा है. विपक्षी एकता के दावे लोकसभा चुनाव से पहले ही बुरी तरह से बिखरती दिख रही है. नीतीश कुमार के तल्ख तेवरों के बाद गठबंधन की रणनीति को लेकर उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से फोन पर बात की है. कुछ दिन पहले ही जेडीयू सुप्रीमो ने कहा था कि कांग्रेस इंडिया गठबंधन के बजाय विधानसभा चुनावों पर ज्यादा ध्यान दे रही है. दूसरी ओर मध्य प्रदेश चुनाव में सीट शेयरिंग का फॉर्मुला तय नहीं होने के बाद से अखिलेश यादव कांग्रेस पर ताबड़तोड़ हमले कर रहे हैं. सोमवार को उन्होंने कांग्रेस की नीयत पर सवाल उठाते हुए कहा है कि कांग्रेस खुद गठबंधन करने के लिए उत्सुक नहीं है.
विधानसभा चुनाव में सपा को सीट नहीं मिलने से नाराज चल रहे पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि गठबंधन धर्म नहीं निभाया और हमें धोखा दिया है. कांग्रेस बीच-बचाव की मुद्रा में है और कह रही है कि इंडिया गठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए है. सहयोगी दलों की नाराजगी की खबरों पर बीजेपी को चुटकी लेने का मौक मिल गया है. बीजेपी ने इसे भानुमति का कुनबा करार दिया है. बता दें कि गृहमंत्री अमित शाह भी इंडिया गठबंधन पर तीखे हमले कर चुके हैं.
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शिवराज सिंह चौहान ने ली चुटकी
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंडिया गठबंधन में चल रही तकरार पर मजे लिए हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली में जिस दोस्ती का दावा किया जाता है वह राज्यों में आते ही कुश्ती में बदल जाती है. इंडिया गठबंधन वाले एक-दूसरे से ही लड़ रहे हैं और जनता स्वार्थ के लिए जुटे लोगों पर यकीन नहीं करने वाली. इधर कटनी में चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यह इंडिया गठबंधन नहीं भानुमति का कुनबा है जो हर चुनाव से पहले जमा हो जाता है.
विपक्षी एकता की डगर है बेहद मुश्किल
विपक्षी एकता की डगर बहुत मुश्किल है. कांग्रेस भले ही इसे लोकसभा चुनावों के लिए बता रही हो और दावा कर रही हो कि सभी मतभेद सुलझा लिए जाएंगे, लेकिन हकीकत में ऐसा होना बहुत मुश्किल है. क्षेत्रीय पार्टियों की अपनी महत्वाकांक्षाएं हैं और उन्हें साधते हुए सम्मानजनक समाधान तक पहुंचना आसान नहीं होगा. महाराष्ट्र और बंगाल जैसे राज्य हैं जहां सीटों के बंटवारे में खासी मुश्किल पेश आएगी. हालांकि, 5 राज्यों के चुनाव नतीजों के बाद स्थिति बदल भी सकती है.
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अखिलेश यादव ने कांग्रेस पर किए ताबड़तोड़ हमले, शिवराज ने ली चुटकी