डीएनए हिंदी: हाल ही में दावा किया जा रहा था कि देश में कंडोम की खरीद कम होने से परिवार नियोजन कार्यक्रम प्रभावित हो रहा है. अब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को उन खबरों को भ्रामक करार दिया है, जिनमें दावा किया गया है कि गर्भ निरोधकों की खरीद में देश की केंद्रीय खरीद एजेंसी की विफलता के कारण देश का परिवार नियोजन कार्यक्रम गंभीर रूप से प्रभावित हो सकता है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा, 'ऐसी खबरें गलत और भ्रामक जानकारी प्रदान करती हैं.' स्वायत्त निकाय केंद्रीय चिकित्सा सेवा सोसायटी (सीएमएसएस) केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधीन एक केंद्रीय खरीद एजेंसी है जो राष्ट्रीय परिवार नियोजन कार्यक्रम और राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम के लिए कंडोम की खरीददारी करती है. मंत्रालय ने कहा है, 'CMSS ने मई 2023 में परिवार नियोजन कार्यक्रम के लिए 5.88 करोड़ कंडोम खरीदे और कंडोम की वर्तमान मात्रा परिवार नियोजन कार्यक्रम की आवश्यकता को पूरा करने के लिए पर्याप्त है.'
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लाइफकेयर कर रहा है कंडोम की आपूर्ति
वर्तमान में राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (NACO) को एचएलएल लाइफकेयर लिमिटेड से 75 प्रतिशत मुफ्त कंडोम की आपूर्ति प्राप्त हो रही है और हाल की मंजूरी के आधार पर 2023-24 के लिए शेष 25 प्रतिशत की मात्रा CMSS द्वारा प्रदान करने की तैयारी चल रही है.
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इस बयान में कहा गया है कि NACO की जरूरत को HLL लाइफकेयर लिमिटेड से ऑर्डर किए गए 6.6 करोड़ कंडोम के माध्यम से पूरा किया जा रहा है. इसमें कहा गया है कि सीएमएसएस द्वारा खरीद में देरी के कारण कमी का कोई मामला सामने नहीं आया है. CMSS ने चालू वित्त वर्ष में विभिन्न प्रकार के कंडोम की खरीद के लिए पहले ही निविदाएं प्रकाशित कर दी हैं और ये निविदाएं अंतिम रूप दिए जाने के अंतिम चरण में हैं.
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कम हो रही है कंडोम की खरीद? जानिए अब स्वास्थ्य मंत्रालय ने क्या जवाब दिया