Haryana Elections 2024: हरियाणा विधानसभा चुनाव में इस बार भाजपा लगातार तीसरी बार जीत दर्ज करने के लिए रणनीति तैयार कर रही है. भाजपा इसके लिए प्रदेश की सबसे बड़ी आबादी जाटों को अपने पाले में करने का प्रयास कर रही है. वहीं दूसरी तरफ BJP युवाओं को भी पूरी तरह से लुभाने के प्रयास में जुटी हुई है. अब देखना ये है कि क्या भाजपा का जाट-युवा फॉर्मूला इस बार के चुनाव में काम करेगा.
उधर खबर ये भी ये कि भाजपा ने प्रदेश में टिकट के बंटवारे के लिए कुछ मापदंड तैयार किए हैं. पार्टी इस चुनाव में किसी भी तरह का जोखिम उठाने के लिए तैयार नहीं है. माना जा रहा है कि BJP इस चुनाव में जातिगत समीकरणों के आधार पर ही टिकट देंगी. जिसमें जाटों को टिकट मिलने के ज्यादा मौके बन रहे हैं.
वहीं जाटों के अलावा दलितों और ओबीसी के साथ-साथ ब्राह्मण, पंजाबी, सिख, राजपूत, गुर्जर जैसे अन्य समुदायों को भी भाजपा जोड़ने की कोशिश कर रही है. विपक्ष की बात करें तो प्रदेश में कांग्रेस को जाट, मुस्लिम और दलित के समीकरण पर भरोसा है. ऐसे में इस बार का विधानसभा चुनाव काफी दिलचस्प होने वाला है.
हरियाणा में भाजपा की जीत की रणनीति का एक हिस्सा ये भी है कि जिस समुदाय से फायदा नहीं होना है उसके ज्यादातर वोटों में बंटवारा किया जा सके. यही वजह है कि जाट वोट बैंक में सेंघ लगाने के लिए बीजेपी हरियाणा से सटे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जाटों और किसानों की पार्टी माने जाने वाले जयंत चौधरी को आगे करने जा रही है.
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बता दें कि हरियाणा में करीब 22 फीसदी आबादी लगभग जाटों की है. ऐसे में भाजपा प्रदेश में कुछ सीटों पर जयंत चौधरी की पार्टी राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के साथ चुनाव लड़ेगी. इतना ही नहीं प्रदेश के चुनाव प्रचार में भाजपा जंयत चौधरी को स्टार प्रचारक के रूप में मैदान में उतारेगी.
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क्या इस बार हरियाणा में BJP लगाएगी हैट्रिक? जाट+ युवा का फॉर्मूला करेगा भविष्य तय