Haryana Election 2024: जेल से बाहर आने के बाद अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया है. उन्होंने ये फैसला ऐसे समय पर लिया है जब हरियाणा में मतदान के लिए केवल 20 दिन ही शेष बचे हैं. हरियाणा केजरीवाल का गृहराज्य भी है. ऐसे में माना जा रहा हैं कि केजरीवाल अब कुछ दिन के लिए दिल्ली से फोकस हटाकर हरियाणा विधानसभा चुनाव पर ध्यान देंगे.
हरियाणा में आम आदमी पार्टी पूरी 90 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं. पार्टी का प्रचार-प्रसार धुआंधार तरीके से चल रहा है. AAP के सभी स्टार प्रचारक प्रदेश में ताबड़तोड़ रैलियां कर रहे हैं. हरियाणा विधानसभा चुनाव से ठीक पहले केजरीवाल को जमातन मिलना और चुनाव में एंट्री से हरियाणा में चुनावी गेम बदलने वाला है. एक बात और कि हरियाणा में आप कि स्थित उतनी मजबूत नहीं है जिनती पंजाब और दिल्ली में हैं.
अब ठीक चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल का इस्तीफा और हरियाणा चुनाव पर फोकस पार्टी के लिए मददगार साबित हो सकता है. AAP का हरियाणा में ऐसा कोई बड़ा फेस भी नहीं है. इसलिए अगर इस बार पार्टी को अच्छा प्रदर्शन करना है तो केजरीवाल का मोर्चा संभालना बहुत जरूरी हो जाता है. गौरतलब है कि जब केजरीवाल जेल में थे तो उनकी पत्नी ने हरियाणा कई रैलियां की थी.
हरियाणा की दिल्ली एनसीआर से सटी हुई जो सीटें हैं उनमें आम आदमी पार्टी का प्रभाव दिखता है. गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत, पानीपत के अलावा कुरुक्षेत्र और करनाल कई शहर हैं जहां आप की ठीक-ठाक पकड़ हैं. इसके अलावा आप संयोजक अरविंद केजरीवाल का गृह जनपद भी हरियाणा में है. उनका राज्य के हिसार जिले के खेड़ा में पुश्तैनी गांव है.
क्या केजरीवाल की एंट्री से कांग्रेस-बीजेपी को होगा नुकसान
जब तक अरविंद केजरीवाल जेल में थे तब तक भाजपा और कांग्रेस आम आदमी पार्टी के प्रभाव को नहीं समझ रही थी, लेकिन अब उनके रिहा होने से भाजपा और काग्रेंस दोनों ही पार्टियों की टेंशन बढ़ने वाली है. मतदान से ठीक पहले दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल का ये दांव हरियाणा की जनता को भावुक कर सकता है.
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क्या Arvind Kejriwal के इस्तीफे से बदलेगा हरियाणा चुनाव का समीकरण