डीएनए हिंदी: गुजरात के मोरबी शहर में माच्छू नदी पर बना 140 साल पुराना केबल पुल रविवार शाम को टूट गया है. पुल पर खड़े करीब 500 लोग नदी में गिर गए. हादसे में 90 लोगों की मौत हो गई है. घटनास्थल पर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी पहुंचे हैं.
घटना स्थल पर मौजूद अधिकारियों ने कहा है कि हाल ही में इस पुल की मरम्मत की गई थी. मरम्मत के बाद जनता के लिए इसे फिर से खोला गया था. पुल पर ज्यादा लोगों की भीड़ इकट्ठी हो गई थी, जिसकी वजह से पुल टूट गया.
Gujarat Bridge Collapse: गुजरात के मोरबी में कैसे गिरा 143 साल पुराना पुल? जानिए क्या है इसकी बड़ी वजह
पीड़ितों के लिए क्या है हेल्पलाइन नंबर?
पीड़ित परिवारों के लिए जिला आपदा नियंत्रण कक्ष का हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. जिनके परिवार के सदस्य लापता हो गए हैं, उनकी सूचना हेल्पलाइन नंबर 02822 243300 पर ली जा सकती है.
जिला अस्पताल में बढ़ाई गई डॉक्टरों की तैनाती
मोरबी जिला प्रशासन ने कहा है कि जिले के डॉक्टरों, स्वास्थ्य कर्मियों और पैरा मेडिकल स्टाफ को मोरबी सिविल अस्पताल भेजा गया है. घायलों के इलाज के लिए राजकोट के अलग-अलग ब्लड बैंक से मदद मांगी गई है.
हादसे के वक्त कुछ लोग पुल पर कूद रहे थे
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि कुछ लोगों को पुल पर कूदते और उसके बड़े तारों को खींचते हुए देखा गया. लोगों का यह भी कहना है कि पुल लोगों की भारी भीड़ की वजह से टूट कर गिर गया है. पुल गिरने के चलते लोग एक दूसरे के ऊपर गिर पड़े.
क्या बोलीं राष्ट्रपति?
राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मू ने ट्वीट किया, 'गुजरात के मोरबी में हुई त्रासदी ने मुझे चिंतित कर दिया है. मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं प्रभावित लोगों के साथ हैं. राहत और बचाव के प्रयासों से पीड़ितों को राहत मिलेगी.'
हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्या कहा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'मोरबी में हुए हादसे से बेहद दुखी हूं. गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से मैंने बात की. राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहा है. प्रभावितों को सभी जरूरी सहायता दी जा रही है.
#Morbi ब्रिज में दुर्घटना से पहले कुछ युवकों का झुंड केबल को पैरों से मार रहा हैं।
— Arun Yadav 🇮🇳 (@beingarun28) October 30, 2022
लगता है गुजरात को बदनाम करने की साजिश है इनको तुरंत गिरफ्तार किया जाए। pic.twitter.com/WOio2Oketz
मृतकों के परिवार और घायलों के लिए केंद्र और राज्य का ऐलान
प्रधानमंत्री राहत कोष से मृतकों के परिजन को 2 लाख रुपये और घायलों के लिए 50,000 रुपये की राहत राशि देने का ऐलान किया गया है. गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों के लिए 4 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की वित्तीय मदद देने का ऐलान किया है.
कांग्रेस का आदेश- मदद के लिए आगे आएं कार्यकर्ता
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गुजरात के मोरबी में केबल पुल टूटने की घटना को लेकर रविवार को दुख जताते हुए राज्य में पार्टी कार्यकर्ताओं से बचाव कार्य में हरसंभव सहायता करने की अपील की.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी कहा कि पुल टूटने की खबर बहुत दुखद है. उन्होंने भी सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं से घायलों की हरसंभव मदद करने की अपील की है.
મોરબી ખાતે થયેલ દુર્ઘટનાથી અત્યંત દુ:ખી છું. આ અંગે ગુજરાતના મુખ્યમંત્રી શ્રી @Bhupendrapbjp તથા અન્ય અધિકારીઓ સાથે વાત કરી. રાહત અને બચાવ કામગીરી પુરઝડપે ચાલી રહી છે તથા અસરગ્રસ્તોને તમામ આવશ્યક સહાય પૂરી પાડવામાં આવી રહી છે.
— Narendra Modi (@narendramodi) October 30, 2022
स्थानीय विधायक और राज्य मंत्री बृजेश मेरजा ने कहा, 'पुल टूटने से कई लोग नदी में गिर गए. बचाव अभियान जारी है. ऐसी जानकारी है कि इसमें कई लोग घायल हुए हैं. उन्हें अस्पताल ले जाया जा रहा है.'
#WATCH | Several people feared to be injured after a cable bridge collapsed in the Machchhu river in Gujarat's Morbi area today. Further details awaited. pic.twitter.com/hHZnnHm47L
— ANI (@ANI) October 30, 2022
मोरबी हादसे पर क्या बोले अरविंद केजरीवाल?
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'गुजरात से बेहद दुःखद खबर मिल रही है. मोरबी में ब्रिज टूट जाने से कई लोगों के नदी में गिर जाने की खबर है. भगवान से उनकी जान और स्वास्थ्य की प्रार्थना करता हूं.'
प्रत्यक्षदर्शियों ने क्या कहा?
प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा है कि पुल जिस समय टूटा उस समय उस पर कई महिलाएं और बच्चे थे. इस संबंध में और जानकारी की प्रतीक्षा है.
स्थानीय लोग मदद के लिए नदी में उतरे
घटना की सूचना पाकर स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे हैं. युद्ध स्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. घटना के विस्तृत ब्यौरे की प्रतीक्षा है. कई लोग नदी में उतरे हैं. लोगों को बाहर निकालने की कोशिश की जा रही है. पुलिस की कई टीमें और प्रोफेशनल गोताखोर भी मौके पर पहुंचे हैं.
4 दिन पहले खोला गया था पुल
पुल को 26 अक्टूबर को गुजराती नववर्ष दिवस पर जनता के लिए फिर से खोला गया था. दमकल विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि लोगों को नदी से निकालने के लिए नावों का इस्तेमाल किया जा रहा है. अधिकारी का कहना है कि हम नावों की मदद से बचाव कार्य कर रहे हैं. नदी में करीब 40-50 लोग हैं.
हाल ही में हुई थी पुल की मरम्मत
दिवाली से कुछ दिन पहले इस पुल की मरम्मत हुई थी. इसे दिवाली के कुछ दिनों बाद ही दोबारा खोला गया था. करीब 7 महीने तक इस पुल की मरम्मत चल रही थी इसलिए इस पर आवागमन को रोक दिया गया था. यह पुल करीब 140 साल पुराना है.
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