Smog-related accidents in expressways: नोएडा समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में घने कोहरे का साया छाया है. इस कोहरे के चलते मंगलवार को कई अलग-अलग सड़क हादसे हुए. इन भीषण सड़क हादसों में दो बाइक सवारों की मौत और करीब तीन दर्जन लोग घायल हो गए.
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर घने कोहरे के कारण एक खराब ट्रक से कई कार टकरा गईं. न्यूज एजेंसी IANS की रिपोर्ट के अनुसार, कई कार सवार घायल हो गए, जिन्हें सैफई मेडिकल कॉलेज भेजा गया, जबकि एक को शिकोहाबाद अस्पताल में भर्ती कराया गया.
हम कुछ भी नहीं देख पा रहे थे- पीड़ित
दुर्घटना के एक पीड़ित ने बताया, 'हम कुछ भी नहीं देख पा रहे थे. हमारी कार ने एक अन्य वाहन को टक्कर मारी, और फिर तीन या चार और कारें हमारी कार से टकरा गईं.' ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर, लो विजिबिलिटी के कारण एक ट्रक दूसरे ट्रक से टकरा गया, जिससे एक के बाद एक गाड़ियां आपस में भिड़ गईं. पानीपत से मथुरा जा रही एक बस खड़े ट्रकों से टकरा गई, जिससे करीब एक दर्जन यात्री घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल ले जाया गया. पुलिस को घटनास्थल पर तैनात किया गया था, ताकि दुर्घटना को रोका जा सके.
आगरा के पास फिरोजाबाद में, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर छह वाहन टकरा गए, जब नसीरपुर के पास एक पिकअप ट्रक खराब हो गया. धुंध के कारण चालक रुके हुए वाहन को नहीं देख पाए, जिसके कारण एसयूवी और अन्य कारें आपस में टकरा गईं.
ट्रक चालक हिरासत में
बुलंदशहर में नेशनल हाईवे-34 पर एक तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक को टक्कर मार दी, जिससे मैनपुरी निवासी मंशाराम की मौत हो गई. एनडीटीवी पर छपी खबर के मुताबिक, पुलिस ने ट्रक चालक को हिरासत में ले लिया है. बदायूं में एक और जानलेवा हादसा हुआ, जहां एक अज्ञात वाहन ने मऊ में अपने स्कूल जा रहे शिक्षक संतोष सिंह की बाइक को टक्कर मार दी, जिससे उनकी मौत हो गई. क्षेत्र में इसी तरह की घटनाओं में दस अन्य लोग घायल हो गए.
ये दुर्घटनाएं ऐसे समय में हुई हैं जब उत्तर भारत खतरनाक वायु गुणवत्ता से जूझ रहा है, जहां प्रदूषण का स्तर 'गंभीर प्लस' श्रेणी में है. घने धुएं ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में स्वास्थ्य आपातकाल की स्थिति पैदा कर दी है, जहां निवासियों को गले में खराश, सिरदर्द और सांस लेने में कठिनाई की शिकायत है. अधिकारियों ने लोगों से जहरीली हवा के संपर्क में आने से बचने के लिए घर के अंदर रहने का आग्रह किया है.
स्थानीय पुलिस और प्रशासन हाई अलर्ट पर हैं क्योंकि वे खतरनाक स्थितियों से होने वाले नुकसान का प्रबंधन कर रहे हैं, जो सड़क सुरक्षा और सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए खतरा बने हुए हैं.
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.
- Log in to post comments
UP में कोहरा बना काल, एक के बाद एक भिड़े वाहन, दो बाइक सवारों की मौत, दर्जनों घायल