पंजाब के गोल्डन टेंपल परिसर में पूर्व डिप्टी सीएम और शिरोमणी अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल पर बुधवार को जानलेवा हमला हुआ. इस हमले में वह बाल-बाल बच गए. पुलिस ने गोली चलाने वाले आरोपी नारायण सिंह चौरा को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस पुछताछ में आरोपी ने चौंकाने वाला खुलासा किया है.उसने बताया कि वह बादल को मारने के लिए 14 जुलाई से प्लानिंग कर रहा था. एक दिन पहले उसने अमृतसर स्वर्ण मंदिर में जाकर रेकी की थी.
सुखबीर सिंह बादल (Sukhbir Singh Badal) पर उस समय हमला हुआ जब वो गोल्डन टेंपल के बाहर सेवादार के रूप में सेवाएं दे रहे थे. बेअदबी के मामले में अकाल तख्त साहिब ने मंगलवार को सुखबीर बादल समेत अन्य लोगों को गोल्डन टेंपल का शौचालय और जूठे बर्तन साफ करने का सजा सुनाई थी.
इस हमले के बाद सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि हथियार लेकर चौरा गोल्डन टेंपल में कैसे घुस गया? उससे बड़ी बात यह है कि सुखबीर बादल को जेड प्लस सुरक्षा मिली हुई है, फिर आरोपी उनके इतने करीब पहुंच गया. दरअसल, नारायण चौरा आपराधिक छवि का शख्स है. उसके ऊपर 20 से ज्यादा केस चल रहे हैं.
यह भी पढ़ें- 5 घरों के बाहर पहरेदारी, बाथरूम और जूठे बर्तन करने होंगे साफ... पंजाब में सुखबीर बादल को मिली धार्मिक सजा
सुखबीर बादल को क्यों मारना चाहता था?
बादल पर हमला करने से पहले उसने फेसबुक पेज पर एक पोस्ट किया था. जिसमें लिखा कि अकाली दल के जघन्य अपराधों की वजह से सिख समुदाय के राजनीतिक परिदृश्य को काफी नुकसान पहुंचा है. वह अकाल तख्त साहिब की मदद से अपनी खोई प्रतिष्ठा चाहता है.
आरोपी पर 20 से ज्यादा केस दर्ज
नारायण सिंह चौरा गुरदासपुर के डेरा बाबा नानक का रहने वाला है. उसके खिलाफ 20 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं. चौरा आतंकी सगंठन खालिस्तान लिबरेशन आर्मी से जुड़ा रहा है. हालाकिं यह संगठन अब सक्रिय नहीं है. 2018 में जेल से बाहर आने के बाद वह खालसा और अन्य सिख संगठनों को साथ मिलकर काम कर रहा था.
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.
- Log in to post comments
5 महीने से प्लानिंग, एक दिन पहले रेकी... सुखबीर बादल को मारने की नारायण चौरा ने ऐसे रची साजिश