डीएनए हिंदी: संसद के मॉनसून सत्र के दौरान लोकसभा में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान बुधवार को कई नेताओं ने भरपूर ताकत के साथ अपनी बात रखी. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से लेकर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी तक ने अपने बयानों से सुर्खियां बटोरीं. जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने भी अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला. हम आपको बताएंगे कि फारूक अब्दुल्ला ने केंद्र सरकार के खिलाफ क्या कुछ कहा है?
फारूक अब्दुल्ला ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि उसका काम करने का तरीका देश को खतरे में डाल रहा है. सरकार को नफरत छोड़कर, मुहब्बत की बात करनी होगी. उन्होंने आगे अब्दुल्ला ने कहा कि हमें पाकिस्तानी मत कहिए. कब तक शक करेंगे कि हम पाकिस्तानी हैं. हम वतन के साथ खड़े हैं और खड़े रहेंगे, हमें गले लगाइए, हमने भी गोलियां खाई हैं ताकि हिंदुस्तान जिंदा रहे. हमें भारत का नागरिक होने पर गर्व है.
इसे भी पढ़ें- Amit Shah Speech Live: अमित शाह बोले, 'हुर्रियत और पाकिस्तान से नहीं करेंगे चर्चा, सिर्फ घाटी के युवाओं से होगी बात'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कसा तंज
फारूक अब्दुल्ला ने चर्चा में कश्मीरी पंडितों की भी बात की. उन्होंने घाटी में कश्मीरी पंडितों के साथ होने वाली घटनाओं का जिक्र कर कहा कि क्या सरकार बताएगी कि पिछले 10 साल में उसने कितने कश्मीरी पंडितों की वापसी कराई? फारूक अब्दुल्ला द्वारा उठाए गए इस सवाल पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने आपत्ति जताते हुए कहा कि यह कहना गलत है कि कश्मीरी पंडितों की वापसी के लिए इस सरकार ने कुछ नहीं किया. विपक्षी सदस्य गुमराह कर रहे हैं. इस बीच फारूक अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि इस देश के प्रधानमंत्री केवल एक वर्ग का प्रतिनिधित्व नहीं करते, वह समस्त देशवासियों का प्रतिनिधित्व करते हैं.
इसे भी पढ़ें- 'मणिपुर में जो हुआ वह शर्मनाक, इस पर राजनीति और भी शर्मनाक, पढ़ें लोकसभा में अमित शाह की अहम बातें
पाकिस्तान को लेकर कही यह बात
फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि सरकार का तरीका इस मुल्क को खतरे में डाल रहा है. हमसे नफरत मत कीजिए. बहुत नफरत हो गई, अब मुहब्बत की बात कीजिए. मणिपुर में भी मुहब्बत की बात कीजिए. पाकिस्तान का जिक्र करते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा था कि हम पड़ोसी के साथ दोस्ती में रहें तो दोनों तरक्की करेंगे. सत्तापक्ष के कुछ सदस्यों ने टोका तो उन्होंने भड़कते हुए कहा कि यह बात आपके नेता ने कही थी. आप इसे मानें य न मानें. आपमें दम है तो युद्ध कर लीजिए। हम नहीं रोक रहे. हम कभी नहीं रोकते.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इं
- Log in to post comments
'दम है तो पाकिस्तान से युद्ध कर लीजिए,' जब संसद में सरकार पर भड़के फारूक अब्दुल्ला