डीएनए हिंदी: शिवसेना में फूट अब साफ तौर पर सामने आ गई है. बागी विधायकों के साथ गुवाहाटी पहुंचे शिवसेना के नेता एकनाथ शिंदे ने शिवसेना पार्टी पर दावा कर दिया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि शिवसेना विधायक भरत गोगावले को शिवसेना विधानमंडल का मुख्य प्रतिनिधि नियुक्त किया गया है. उन्होंने कहा कि सुनील प्रभु द्वारा विधायकों की आज की बैठक के संबंध में जारी आदेश कानूनी रूप से अमान्य हैं.
इसके अलावा महाराष्ट्र के राज्यपाल को एकनाथ शिंदे के शिवसेना विधायक दल के नेता के रूप में बने रहने की जानकारी देने वाला एक पत्र भेजा गया है. इस पत्र पर 34 विधायकों के हस्ताक्षर हैं.
एकनाथ शिंदे का दावा है कि उनके समर्थन में 46 विधायक हैं. शिंदे ने एक मराठी टेलीविजन चैनल से कहा, "मेरे पास दलबदल विरोधी कानून के प्रावधानों का उल्लंघन किए बिना विधानसभा में एक अलग समूह बनाने के लिए शिवसेना विधायकों की आवश्यकता से अधिक संख्या है." शिंदे ने कहा है कि सभी विधायक पार्टी के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे की 'हिंदुत्व' विचारधारा के लिए प्रतिबद्ध हैं.
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संजय राउत बोले- संकट के चलते विधानसभा भंग की जा सकती है
शिवसेना सांसद संजय राउत ने बुधवार को संकेत दिया कि महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक संकट के चलते विधानसभा को भंग किया जा सकता है. राउत ने ट्वीट किया, "महाराष्ट्र में मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रम राज्य विधानसभा को भंग करने की ओर ले जा रहे हैं." आपको बता दें कि एकनाथ शिंद के साथ मौजूद 34 विधायकों ने उन्हें शिवसेना सेना विधायक दल का नेता चुन लिया है.
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Shiv Sena में टूट! एकनाथ शिंदे की उद्धव ठाकरे को खुली चुनौती, पार्टी पर कर दिया दावा