लोकसभा चुनाव 2024 के बीच आबादी को लेकर एक नई रिपोर्ट आई है. इसका नाम आर्थिक सलाहकार परिषद की रिपोर्ट (Economic Advisory Council Report) है. इस रिपोर्ट के आने बाद सियासी माहौल गरमाया हुआ है. इसे लेकर जमकर बयानबाजियां हो रही है. इसपर गिरिराज सिंह से लेकर प्रियंका गांधी तक की टिप्पणी आ चुकी है. इसे लेकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बयान दिया है कि मुस्लिमों की बढ़ती जनसंख्या और हिंदुओं की कम होती आबादी सनातन को समाप्त करने का षड्यंत्र है. वहीं, इसे लेकर प्रियंका गांधी ने बताया कि हमें उन मुद्दों पर चर्चा करनी चाहिए जो आम जनता के संबंधित हो. इस रिपोर्ट के मुताबिक 1950 से लेकर 2015 के दरम्यान देश में हिंदुओं की आबादी में 6.62% की कमी आई है. वहीं, मुस्लिमों की आबादी में 4.25% की बढ़ोतरी देखी गई है. 

इस रिपोर्ट में मौजूद धार्मिक बदलाव
हिंदू तबके की आबादी 1950 में 84.68% थी. 2015 में ये आबादी घटकर 78.06% हो गई. मुस्लिम आबादी की बात करें तो 1950 में ये 9.84% थी. ये आबादी 2015 में बढ़कर 14.09% पर जा पहुंची. ईसाई आबादी की बात करें तो ये आबादी 1950 में 2.24% पर थी, जो मामूली परिवर्तन के साथ से बढ़कर 2.36% हो गई. इसी तरह का मामूली सा बदलाव सिखों की आबादी में भी देखने को मिला है. सिखों की आबादी 1950 में 1.24% थी, जो 2015 में 1.85% हो गई. बौद्ध मत को मानने वाले लोगो की आबादी 1950 में 0.05% थी, जो बढ़कर 0.81% हो गई. जैन तबके की आबादी में गिरावट देखने को मिली है, इनकी आबादी 1950 में 0.45% से कम होकर 2015 में 0.36% पर आ गई. पारसी तबके की आबादी में भारी गिरावट दर्ज की गई है. इनकी आबादी 1950 में 0.03% से कम होकर 2015 में 0.004% पर आ गई है. 

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economic advisory council report on religion wise population decrease or increase in india
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जनसंख्या में बदलाव को लेकर राजनीति तेज, जानिए आबादी पर आई नई रिपोर्ट में ऐसा क्य
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भारत में कुछ धर्मों की आबादी बढ़ी तो कुछ की घटी
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भारत में कुछ धर्मों की आबादी बढ़ी तो कुछ की घटी

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जनसंख्या रिपोर्ट पर सियासत, जानें क्यों मचा है इस पर इतना बवाल

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