डीएनए हिंदी: दिल्ली-एनसीआर में जहरीली हवा की मार से हर कोई बेहाल है. सुबह से ही धुंध छाई रहती है. लोगों को आंखों में जलन, सांस लेने में दिक्कत और गले में खराश जैसी समस्या महसूस हो रही है. दिवाली से पहले ही राजधानी में पॉल्यूशन खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, राजधानी में मंगलवार को भी वायु गुणवत्ता (Delhi Air Pollution) गंभीर श्रेणी में बना हुआ है. पंजाबी बाग में एक्यूआई 439 और आरके पुरम 437 को पार कर गया है.
सीपीसीबी के अनुसार , दिल्ली के आनंद विहार में मंगलवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स 432, जहांगीरपुरी 426, शादीपुर 424, ओखला 422, डीटीयू 418, मुंडका 414, न्यू मोती बाग में 410, द्वारका में 407, आईटीओ 364 दर्ज किया गया. बाकी इलाकों में भी हालत बदत्तर होते जा रहे हैं. राजधानी में प्रदूषण का आलम ये हो गया कि लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है. आंखों में जलन भी महसूस हो रही है.
स्कूल बंद करने का आदेश
बिगड़ती हवा की स्थिति को देखते हुए दिल्ली सरकार ने सोमवार को कहा कि कक्षा 10 और 12 को छोड़कर सभी शारीरिक स्कूल कक्षाएं 10 नवंबर तक निलंबित रहेंगी. आदेश में कहा गया कि सीएक्यूएम द्वारा जारी GRAP-4 के तहत यह आदेश दिया गया है कि दिल्ली के सभी स्कूलों में बोर्ड कक्षाओं यानी 10 और 12 को छोड़कर सभी कक्षाएं 10 नवंबर तक ऑनलाइन आयोजित की जाएंगी. इसमें कहा गया कि शिक्षक स्कूल आएंगे और ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करेंगे. आदेश में आगे लिखा, 'बोर्ड कक्षाओं यानी दसवीं और बारहवीं के लिए स्कूलों के प्रमुख के पास या तो इसे ऑनलाइन आयोजित करने या छात्रों को शारीरिक कक्षाओं के लिए स्कूल बुलाने का विकल्प होगा.'
ये भी पढ़ें- मेट्रो ट्रेन के अंदर साइकिल लेकर पहुंच गया युवक, जनता को याद आ गए पुराने दिन
Odd-Even नियम लागू
प्रदूषण की गंभीर समस्या से निपटने के लिए केजरीवाल सरकार ने 4 साल बाद फिर से ऑड-ईवन नियम लागू करने की घोषणा की है. दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि 13 से 20 नवंबर तक दिल्ली में Odd-Even योजना लागू की जाएगी. साल 2016 में पहली बार लागू की गई इस योजना के तहत सम या विषम पंजीकरण संख्या वाली कारों को वैकल्पिक दिनों (एक दिन छोड़कर एक दिन) पर चलाने की अनुमति दी जाती है. अगले सप्ताह जब इसे लागू किया जाएगा तो यह चौथी बार होगा जब दिल्ली सरकार वाहनों से होने वाले प्रदूषण से निपटने के लिए यह योजना लागू करेगी.
कौन है प्रदूषण के लिए जिम्मेदार?
दिल्ली में प्रदूषण के मसले पर भाजपा ने आरोप लगाया है कि केजरीवाल ने दिल्ली को धुएं की नगरी में बदल दिया है. भाजपा ने यह भी आरोप लगाया कि डस्ट ( धूल), दिल्ली की खराब सड़कें और पंजाब की पराली दिल्ली के प्रदूषण के लिए जिम्मेदार है लेकिन केजरीवाल पंजाब पर कुछ नहीं बोल रहे हैं क्योंकि वहां आप की ही सरकार है. भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने केजरीवाल द्वारा प्रदूषण के मसले पर बुलाई बैठक पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राजनीतिक पर्यटन से वापस आकर दिल्ली के मुख्यमंत्री ने प्रदूषण के मसले पर आज बैठक बुलाई है.
उन्होंने केजरीवाल पर दिल्ली को धुएं की नगरी में बदलने का आरोप लगाते हुए सवाल पूछा कि, "कल अकेले पंजाब में पराली जलाने के 3230 केस रजिस्टर हुए हैं, लेकिन आप पंजाब के बारे में एक शब्द नहीं बोलेंगे क्योंकि वहां पर आपकी सरकार है. दिल्ली में लोगों का दम घुट रहा है आंखें जल रही हैं लेकिन आपके लिए राजनीतिक पर्यटन ज्यादा महत्वपूर्ण है. पिछले 9 सालों में प्रदूषण को लेकर आपने एक भी गंभीर चर्चा नहीं की सिर्फ प्रतिबंध लगाने से प्रदूषण कम नहीं होगा. इसके लिए ठोस उपाय करना पड़ेगा. दिल्ली को प्रदूषित करने के जिम्मेदार आप हैं और आज भी आप मीटिंग-मीटिंग खेलेंगे, चर्चाएं करेंगे और विषय को खत्म कर देंगे. बीजेपी ने कहा कि पटाखे जले भी नहीं हैं तो दिल्ली धुआं-धुआं क्यों है? उन्होंने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण के लिए डस्ट ( धूल), दिल्ली की खराब सड़कें और पंजाब की पराली, यह तीन कारण जिम्मेदार हैं और इसके लिए अरविंद केजरीवाल जिम्मेदार हैं.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
गले में खराश, आंखों में जलन, दिल्ली की हवा में आखिर कौन घोल रहा जहर