देश की राजधानी दिल्ली में दिनों दिन अपराध बढ़ता जा रहा है. हर दिन किसी न किसी तरह की चौंकाने वाली घटना सामने आती है. लेकिन इस बार मासूम बच्चों की तस्करी का मामला सामने आया है. दिल्ली पुलिस ने एक इंटर स्टेट चाइल्ड ट्रैफिकिंग रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इस गिरोह पर आरोप है कि ये लोग राजस्थान और गुजरात से नवजात शिशुओं को चुराकर दिल्ली में 5 से 10 लाख रुपए में अमीर परिवारों को बेच देते थे. पुलिस ने आरोपियों के पास से एक 3-4 दिन का नवजात शिशु भी बरामद किया है.
पुलिस ने आरपोयों को किया गिरफ्तार
द्वारका जिला पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए गुजरात, राजस्थान और दिल्ली में फैले इस गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार किए गए लोगों में यास्मीन, अंजलि और जितेंद्र के रूप में पहचान हुई है. पुलिस ने इनके कब्जे से महज 3-4 दिन का एक नवजात शिशु भी बरामद किया है. हालांकि, इस पूरे रैकेट की मास्टरमाइंड 40 वर्षीय सरोज नाम की महिला अभी भी फरार है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है.
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पुलिस ने दी जानकारी
द्वारका के डीसीपी अंकित सिंह ने बताया कि स्पेशल स्टाफ की टीम को इस गिरोह के बारे में एक महत्वपूर्ण इनपुट मिला था. इसके बाद पुलिस ने 20 संदिग्ध मोबाइल नंबरों के कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) खंगाले और करीब 20 दिन तक लगातार निगरानी की. इसके बाद पुलिस ने गिरोह का पर्दाफाश किया. जानकारी के अनुसार, गिरोह की मास्टरमाइंड सरोज बच्चों को चुराने का जिम्मा यास्मीन को सौंपती थी. बच्चे चुराने के बाद वे सरोज के पास लाए जाते थे. फिर सरोज अंजलि को डिलीवरी की जगह बताती थी. अमीर परिवारों से पैसों का लेनदेन सीधे सरोज करती थी और बाद में वह सभी को उनका हिस्सा बांटती थी.
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Delhi News: नवजात बच्चों का सौदा करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, 5-10 लाख में अमीरों के हवाले किए जा रहे थे मासूम