हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने बुधवार को झारखंड के 13वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. वह तीसरी बार राज्य के सीएम बने. राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने सोरेन को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. सीएम बनते ही हेमंत सोरेन को अब एक अग्निपरीक्षा से गुजरना होगा. नई सरकार का 8 जुलाई को फ्लोर टेस्ट होना है. वहीं विश्वास मत हासिल करने के बाद 9 जुलाई कैबिनेट का विस्तार हो सकता है.
आधिकारिक सूचना में कहा गया है कि 8 जुलाई को झारखंड विधानसभा की प्रक्रिया और कार्य संचालन के नियम-139 के अधीन मुख्यमंत्री मंत्रिपरिषद में विश्वास का प्रस्ताव पेश करेंगे. इस पर चर्चा होने के बाद मतदान होगा. माना जा रहा है कि कैबिनेट का विस्तार अब विश्वास मत परीक्षण के बाद होगा. गुरुवार शाम 4.55 बजे झारखंड के सीएम के रूप में शपथ लेते ही हेमंत सोरेन एक्शन मोड में दिख रहे हैं.
सीएम हेमंत सोरेन शाम करीब 6 बजे प्रोजेक्ट बिल्डिंग पहुंचे और औपचारिक तौर पर पदभार संभाला. सोरेन ने 154 दिन बाद फिर से सीएम बने हैं. जेएमएम नेता को इसी साल 31 जनवरी को ईडी ने जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार किया था और उन्होंने उसी रोज रात 8.30 बजे सीएम पद से इस्तीफा दिया था.
28 जून को मिली थी जमानत
हेमंत सोरेन के इस्तीफा देने के बाद उनके मंत्रिमंडल में शामिल रहे चंपई सोरेन ने 2 फरवरी को सीएम की कुर्सी संभाली थी. 28 जून को हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद हेमंत सोरेन जेल से बाहर आए और उसके सातवें दिन ही उन्होंने एक बार फिर सीएम की कुर्सी संभाल ली. सीएम के रूप में यह उनका तीसरा कार्यकाल है. राजभवन में आयोजित एक सादे समारोह में राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई.
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क्या है झारखंड़ में बहुमत का आंकड़ा?
झारखंड विधानसभा की 81 में से पांच सीटें जामा, शिकारीपाड़ा, बाघमारा, मनोहरपुर और हजारीबाग सीट खाली हो गई है. अब 76 सदस्य हैं और बहुमत के लिए 39 विधायकों की जरूरत होगी. वर्तमान में कल्पना सोरेन को शामिल कर JMM के पास 27, कांग्रेस के 17, बाबूलाल मरांडी को शामिल कर भाजपा के 24, आजसू के 3, आरजेडी के 1 भाकपा माले के 1, एनसीपी के 1 और 2 निर्दलीय सदस्य हैं.
हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाले गठबंधन के पास 45 विधायकों का समर्थन है. इनमें JMM के 27, कांग्रेस के 17 और आरजेडी का एक विधायक शामिल है. ऐसे यह माना जा रहा है कि हेमंत सोरेन आराम से फ्लोर टेस्ट पास कर लेंगे. उनकी सरकार पर कोई खतरा नहीं होगा.
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झारखंड में होगा 'खेला' या बहुमत करेंगे साबित? 8 जुलाई को हेमंत सोरेन की अग्निपरीक्षा