डीएनए हिंदी: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) अपने बेबाक बयानों के लिए जाने जाते हैं. वह कई बार अपनी ही सरकार (Modi Government) की आलोचना कर बैठते हैं. पक्ष और विपक्ष दोनों उनके इस अंदाज से वाकिफ हैं. केंद्रीय मंत्री ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कुछ ऐसा कहा है कि नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार ही निशाने पर आ गई है. उन्होंने कहा कि सरकार समय पर निर्णय नहीं लेती है और यह एक समस्या है.
नैटकॉन 2022 कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नितिन गडकरी ने कहा, 'आप चमत्कार कर सकते हैं और क्षमता है. मेरा सुझाव है कि भारतीय बुनियादी ढांचे का भविष्य बहुत उज्ज्वल है. हमें दुनिया और देश में अच्छी तकनीक, अच्छे अनुसंधान, अच्छे शोध और सफल प्रथाओं को स्वीकार करने की जरूरत है. हमारे पास वैकल्पिक सामग्री होनी चाहिए जिससे हम गुणवत्ता से समझौता किए बिना लागत कम कर सकें. निर्माण में समय सबसे महत्वपूर्ण चीज है. समय सबसे बड़ी पूंजी है. सबसे बड़ी समस्या यह है कि सरकार समय पर निर्णय नहीं ले रही है.'
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'जल्द काम पूरा हो तो मिले बोनस'
नितिन गडकरी ने कहा, 'जब मैं महाराष्ट्र में मंत्री था, मैंने कहा था कि एक दिन पहले बनाने पर एक लाख रुपये का इनाम दिया जाएगा. अगर देरी हुई है तो जुर्माना उसी के अनुसार देना होगा. महिम फ्लाईओवर का निर्माण पहले 24 महीने में होने वाला था. इसे 21 महीने में ही एक ठेकेदार ने पूरा कर लिया. इसकी वजह से उसे बोनस मिला.'
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नितिन गडकरी अक्सर ऐसे बयान देते रहे हैं जो उन्हीं की सरकार में बैठे लोगों को चुभ सकते हैं. उन्होंने हाल ही में एक कार्यक्रम में कहा था कि आज की राजनीति सत्ता की राजनीति हो गई है. इसका जनकल्याण से कोई लेना-देना नहीं है. कभी-कभी ऐसा लगता है कि राजनीति से संन्यास ले लेना चाहिए.
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संसदीय बोर्ड से बाहर हो गए नितिन गडकरी?
नरेंद्र मोदी कैबिनेट के सबसे प्रभावी चेहरे में शुमार नितिन गडकरी संसदीय बोर्ड से बाहर हुए हैं. कई राजनीतिज्ञों को यह बात अखरी है. बीजेपी समर्थक एक धड़े का कहना है कि नितिन गडकरी का कद नहीं घटाया गया है. वह बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष रहे हैं. पार्टी में उनकी मजबूत पकड़ है. केवल कुछ नेताओं के मन-मुटाव को कम करने के लिए सिर्फ पार्टी में नए बदलाव किए गए हैं.
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Nitin Gadkari ने क्यों कहा, सबसे बड़ी समस्या है सरकार का सही वक्त पर फैसला न लेना?