कांग्रेस के युवा नेता कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) अभी बिहार में पलायन रोको, रोजगार दो यात्रा निकाल रहे हैं. इस दौरान पिछले दिनों वह सहरसा जिले में थे, जहां उन्होंने कई सभाएं की थीं. कन्हैया ने सहरसा के बनगांव में दुर्गा मंदिर में पूजा की थी और फिर परिसर में एक जनसभा को भी संबोधित किया था. हालांकि, उनके जाने के बाद कुछ लोगों ने गंगाजल से मंदिर परिसर को धोया और शुद्धिकरण किया है. स्थानीय लोगों को कहना है कि कन्हैया पर देशद्रोह का आरोप लगा है और इसलिए उनके जाने के बाद मंदिर का शुद्धिकरण किया गया है. गांव का यह सबसे बड़ा मंदिर है और स्थानीय लोगों के बीच भगवती धाम के तौर पर इसकी मान्यता है.
स्थानीय युवकों ने मंदिर परिसर की गंगाजल से की सफाई
बनगांव पहुंचने पर कन्हैया कुमार ने एक जनसभा की थी. वह पूरे बिहार में नौकरी दो, पलायन रोको नाम से यात्रा कर रहे हैं. इस साल होने वाले चुनाव को देखते हुए जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष और युवा नेता की यात्रा अहम मानी जा रही है. कन्हैया को बनगांव में दुर्गा मंदिर में मिथिला का पारंपरिक पाग, चादर और दूसरे स्मृति चिह्न भी दिए गए थे. उनके जाने के बाद स्थानीय युवकों ने गंगाजल से मंदिर परिसर को धोया. नगर पंचायत बनगांव के वार्ड पार्षद प्रतिनिधि अमित चौधरी ने कहा कि कन्हैया कुमार पर राष्ट्रदोह का केस लग चुका है और उनके विवादित बयान हम आज भी नहीं भूले हैं.
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कांग्रेस प्रवक्ता ज्ञान रंजन गुप्ता ने मंदिर का शुद्धिकरण किए जाने पर नाराजगी जताते हुए कहा कि यह बेहद दुखद है. क्या सिर्फ बीजेपी और आरएसएस के लोगों को ही धार्मिक माना जाना चाहिए. कन्हैया कुमार से जब इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया मांगी गई, तो उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है. उन्होंने कहा कि वह बिहार के युवाओं के रोजगार और सम्मान की बात कर रहे हैं और उनका मुद्दा सिर्फ यही है.
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कन्हैया ने जिस मंदिर में की पूजा उसका शुद्धिकरण किया गया
बिहार के जिस मंदिर में कन्हैया कुमार ने की थी पूजा, उस परिसर को गंगाजल से धोकर शुद्धिकरण क्रिया की गई