डीएनए हिंदी: बिहार में पिछले कुछ समय से पुलों का ध्वस्त होने का सिलसिला थम नहीं रहा है. अब एक और घटना ने नीतीश सरकार के हाथ-पांव फुला दिए हैं. ताजा मामला किशनगंज जिले का है. यहां मेची नदी पर बन रहा है पुल का खंभा ध्वस्त हो गया. बताया जा रहा है कि इस पुल को 1500 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाया जा रहा है. इससे तीन सप्ताह पहले बिहार के खगड़िया जिले में गंगा नदी पर निर्माणाधीन पुल गिर गया था.
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के परियोजना निदेशक अरविंद कुमार ने कहा कि राजधानी पटना से करीब 400 किलोमीटर दूर घटी इस घटना के तहत मेची नदी पर बन रहे पुल का एक खंभा ध्वस्त हो गया. अधिकरियों ने कहा, ‘राष्ट्रीय राजमार्ग-327ई पर निर्माणाधीन पुल तैयार हो जाने के बाद किशनगंज और कटिहार को जोड़ेगा.’ अधिकारी ने दावा कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है और कारण का पता लगाने के लिए विशेषज्ञों की पांच सदस्यीय टीम का गठन किया गया है.
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एक महीने में ये दूसरी घटना
अधिकारी ने कहा कि प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि यह खंभा खड़ा करने की प्रक्रिया के दौरान मानवीय त्रुटि का मामला है. इसके पहले 4 जून को खगड़िया जिले को भागलपुर से जोड़ने के लिए गंगा नदी पर बनाया जा रहा निर्माणाधीन पुल ध्वस्त हो गया था. बिहार अभियंत्रण सेवा संघ ने चिंता जताते हुए निर्मित और निर्माणाधीन सभी पुलों की ‘स्ट्रक्चरल ऑडिट’ करने की जरूरत पर बल दिया है.
तेजस्वी यादव ने मोदी सरकार को घेरा
वहीं, इस मामले पर बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का बयान आया है. उन्होंने ट्वीट किया, ' यह केंद्र सरकार अधीन 'भारत माला परियोजना' अंतर्गत NHAI द्वारा निर्मित निर्माणाधीन पुल है. इसका बिहार सरकार के पथ निर्माण विभाग से कोई संबंध नहीं है. इस परियोजना के निर्माण से संबंधित एजेंसी और अधिकारियों को श्रेय एवं दंड देने का सर्वाधिकार NHAI का है.'
यह केंद्र सरकार अधीन “भारत माला परियोजना” अंतर्गत NHAI द्वारा निर्मित निर्माणाधीन पुल है। इसका बिहार सरकार के पथ निर्माण विभाग से कोई संबंध नहीं है। इस परियोजना के निर्माण से संबंधित एजेंसी और अधिकारियों को श्रेय एवं दंड देने का सर्वाधिकार NHAI का है। https://t.co/UUO5FmcDIE
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) June 24, 2023
निर्माण पर 1546 करोड़ होंगे खर्च
जानकारी के मुताबिक, GR इन्फ्रा के द्वारा 94 किमी लंबे गलगलिया से अररिया एनएच 327 ई का चौड़ीकरण कार्य किया जा रहा है. इसके निर्माण पर 1546 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं. सड़क का निर्माण दो पैकेज में हो रहा है. पहले पैकेज में गलगलिया से बहादुरगंज के बीच सड़क है, जो 49 किमी लंबी है. जिसकी लागत करीब 766 करोड़ है, वहीं दूसरे पैकेज में बहादुरगंज से अररिया के बीच सड़क का निर्माण हो रहा है. जिसकी लंबाई 45 किमी है और इसकी सिविल लागत 598 करोड़ है. इसपर कुल खर्च 780 करोड़ से ज्यादा होना है.
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बिहार के किशनगंज में 1500 करोड़ की लागत से बन रहा एक और पुल धंसा, एक महीने में दूसरी घटना