डीएनए हिंदी: कर्नाटक में बिजली का करंट लगने के कारण 23 वर्षीय महिला और उसकी 9 महीने की नवजात बच्ची की मौत के बाद हंगामा हो गया है. इस घटना को लेकर मचे बवाल के बाद बेंगलौर इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई कंपनी लिमिटेड (BESCOM) के 5 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है. ऊर्जा मंत्री केजे जॉर्ज के आदेश पर की गई सस्पेंशन की कार्रवाई के बाद दो सीनियर अधिकारियों से भी इस लापरवाही के लिए लिखित जवाब भी मांगा गया है.
रविवार को 11 केवी लाइन के कारण हुआ हादसा
India Today की रिपोर्ट के मुताबिक, 23 वर्षीय सौंदर्या अपनी 9 महीने की बेटी लीला को लेकर रविवार सुबह करीब 5.30 बजे बेंगलुरु में होप फॉर्म सिग्नल के करीब फुटपाथ से गुजर रही थी. इसी दौरान वे 11 केवी की इलेक्ट्रिक लाइन के संपर्क में आ गई और तेज करंट लगने से उनकी वहीं झुलसकर मौत हो गई.
जनता ने किया था जमकर हंगामा
इस घटना के बाद मौके पर स्थानीय जनता ने जमकर हंगामा किया था. इस हादसे के लिए BESCOM के अधिकारियों की लापरवाही को जिम्मेदार बताया गया था. पुलिस ने मौके पर भीड़ को संभाला था. इसके बाद मृत महिला के परिजनों ने पुलिस में FIR दर्ज कराई है.
ऊर्जा मंत्री ने लिया था घटना का संज्ञान
इस घटना का संज्ञान कर्नाटक का कांग्रेस सरकार के ऊर्जा मंत्री केजे जॉर्ज ने लिया. उन्होंने तत्काल BESCOM मैनेजमेंट को दोषियों को चिह्नित कर कार्रवाई करने का आदेश दिया. इसके बाद BESCOM ने पांच अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है. सस्पेंड किए गए अधिकारियों में असिस्टेंट एक्जीक्यूटिव इंजीनियर सुब्रमण्या टी, असिस्टेंट इंजीनियर चेतन एस, जूनियर इंजीनियर राजान्ना, जूनियर पॉवरमैन मंजूनाथ रेवन्ना और लाइनमैन बासवराजू शामिल हैं. इस मामले में विस्तृत जांच के आदेश जारी कर दिए गए हैं. इन अधिकारियों के अलावा ईस्ट सर्किलके सुपरिटेंडिंग इंजीनियर लोकेश बाबू और व्हाइटफील्ड डिविजन के एक्जीक्यूटिव इंजीनियर श्रीरामू को भी कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है. इन दोनों को तीन दिन के अंदर अपना जवाब दाखिल करना है.
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महिला और 9 महीने की बच्ची की करंट लगने से मौत, नप गए बिजली कंपनी के 7 अफसर