डीएनए हिंदी: अमृतपाल सिंह अब पंजाब पुलिस (Punjab Police) की गिरफ्त में है. मोगा जिले के रोड़े गांव से पकड़े जाने के बाद अमृतपाल को असम के डिब्रूगढ़ ले जाया गया है. रोड़े गांव के जिस गुरुद्वारे से अमृतपाल (Amritpal Singh) को पकड़ा गया वहां के ज्ञानी जसबीर सिंह का कहना है कि अमृतपाल ने सरेंडर किया है. अब पंजाब पुलिस का कहना है कि खूफिया इनपुट के आधार पर उसने गांव को पूरी तरह से घेर लिया था, ऐसे में अमृतपाल सिंह के पास कोई चारा नहीं था. पुलिस ने यह भी कहा है कि उसने गुरुद्वारे की मर्यादा का भरपूर ध्यान रखा.
जत्थेदार जसबीर सिंह ने अपने बयान में कहा है कि अमृतपाल रात में ही गुरुद्वारे में आ गया था. उसने यहां पर संगतों को संबोधित किया और अपने कपड़े बदले. पुलिस का कहना है कि उसने सुबह 6 बजकर 45 मिनट पर गिरफ्तार किया. जसबीर सिंह का कहना है कि अमृतपाल ने पहले ही लोगों को कह दिया था कि वह सरेंडर करने जा रहा है. उन्होंने यह भी आशंका जताई थी कि पुलिस गिरफ्तारी की बात ही कहेगी.
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गुरुद्वारे के बाहर से गिरफ्तार हुआ अमृतपाल
आधिकारिक बयान जारी करते हुए पंजाब पुलिस के आईजी सुखचैन सिंह गिल ने कहा, 'हमें इंटेलिजेंस मिला था कि अमृतपाल गुरुद्वारे के अंदर है. हमने खूफिया एजेंसियों और पंजाब पुलिस के ज्वाइंट ऑपरेशन में पूरे गांव को घेर लिया था. हमने गुरुद्वारे की मर्यादा को ध्यान में रखा और अमृतपाल को गिरफ्तार करके ऑपरेशन को अंजाम दिया.'
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उन्होंने बताया कि अमृतपाल पर NSA लगाया गया था और इसी के तहत उसे गिरफ्तार किया गया है. सरेंडर या गिरफ्तारी के मुद्दे पर सुखचैन सिंह गिल ने कहा कि उसके पास कोई दूसरा विकल्प नहीं था. उसने सरेंडर नहीं किया. सुखचैन सिंह ने यह भी कहा कि किसी को भी पंजाब का माहौल खराब करने की चेतावनी नहीं दी जाएगी. आईजी ने जनता को भी धन्यवाद दिया कि उन्होंने शांति बनाए रखी और कानून व्यवस्था बिगड़ने नहीं दी.
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पंजाब पुलिस का दावा- सरेंडर नहीं किया, हमने गांव को घेर लिया था, अमृतपाल के पास कोई चारा नहीं था