डीएनए हिंदी: बिहार में नीतीश कुमार के एनडीए छोड़ राजद से हाथ मिलाने के बाद पटना से लेकर नई दिल्ली तक भाजपा एक्टिव हो गई है. बिहार में अब भाजपा अपने पैरों पर खड़े होने की तैयारी कर रही है. मंगलवार को राजधानी नई दिल्ली स्थित भाजपा कार्यालय में बीजेपी कोर कमेटी के सदस्यों ने देर का माथापच्ची की. इस मीटिंग में गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित कई सीनियर नेता शामिल हुए. बैठक में बिहार में लोकसभा चुनाव को लेकर गहन चिंतन हुआ. अब बिहार में भाजपा ने लोकसभा के लिए 35 सीटें जीतने का टारगेट बनाया है.
नई दिल्ली में हुई भाजपा की इस मीटिंग में बिहार भाजपा के अध्यक्ष संजय जायसवाल, बीएल संतोष, रविशंकर प्रसाद, शहनवाज हुसैन, मंगल पांडे, जनक राम, नंद किशोर यादव सहित कई बड़े नेता शामिल हुए. इस मीटिंग के बाद बिहार भाजपा के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि बिहार में महागठबंधन लोगों को धोखा देने का गठबंधन है. भाजपा इसके खिलाफ सड़क से लेकर विधानसभा तक लड़ेगी. पार्टी ने 2024 के लोकसभा चुनाव में 35 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है.
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उन्होंने आगे बताया कि अमित शाह और जेपी नड्डा की मौजूदगी में हुई इस मीटिंग बिहर के तमाम विषयों पर गहन चिंतन हुआ. यह सर्वविदित है कि यह गठबंधन लोगों को धोखा देता है और यह पिछले दरवाजे का गठबंधन है जो लालू राज को फिर से स्थापित करने की कोशिश कर रहा है. जायसवाल ने कहा कि भाजपा 2024 के आम चुनाव में बिहार में 35 से अधिक सीटें जीतकर कीर्तिमान स्थापित करेगी. बिहार में 40 लोकसभा सीटें हैं, जिनमें से 17 वर्तमान में भाजपा के पास हैं जबकि जद (यू) के पास 16 सीटें हैं. इसके अलावा लोक जनशक्ति पार्टी के पास छह और कांग्रेस के पास एक सीट है.
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2020 विधानसभा का ऐसा रहा परिणाम
बिहार में 2020 विधानसभा चुनाव में दोनों गठबंधनों के बीच लड़ाई कांटे की रही थी. इस चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने 125 सीटों पर जीत हासिल की, जिसमें से भाजपा ने 74 सीटें जीतीं, नीतीश कुमार की जनता दल (यूनाइटेड) ने 43, विकासशील इंसान पार्टी ने 4 और हिंदुस्तान आवाम पार्टी (सेक्युलर) ने 4 सीटें जीतीं. वहीं राजद और उसके सहयोगियों ने 110 सीटों पर जीत हासिल की थी. राजद 75 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में समाप्त हुई, जबकि कांग्रेस को केवल 19 सीटें मिलीं. वाम दलों ने जिन 29 सीटों पर चुनाव लड़ा था, उनमें से उन्होंने 16 पर जीत हासिल की, जिनमें से सीपीआई (एमएल-लिबरेशन) ने 12 सीटें जीतीं. असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम ने राज्य के सीमांचल क्षेत्र में पांच सीटों पर जीत हासिल की थी. बाद में उसके चार विधायक राजद में शामिल हो गए.
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