इजरायल-हमास युद्ध (Israel-Hamas war) के खिलाफ अमेरिका के विश्वविद्यालयों (US universities) में विरोध प्रदर्शन बढ़ता जा रहा है. कई विश्वविद्यालयों में प्रदर्शन कर रहे छात्रों और पुलिस के बीच झड़प हुई है. कई लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. रॉयटर्स के अनुसार, दक्षिणी कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय ने अपने परिसर को बंद करने की घोषणा की है. अमेरिका के विश्वविद्यालयों में हो रहे विरोध प्रदर्शन पर भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने प्रतिक्रिया दी है.
मीडिया ब्रीफिंग के दौरान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, “लोकतांत्रिक देशों को विशेष रूप से दूसरे लोकतांत्रिक देशों के लिए समझ को प्रदर्शित करना चाहिए, क्योंकि हम सभी का मूल्यांकन इस बात से किया जाता है कि हम घर पर क्या करते हैं, न कि हम विदेश में क्या कहते हैं.'' उन्होंने कहा कि भारत अमेरिकी यूनिवर्सिटीज में हो रहे प्रदर्शनों पर अपनी नजर बनाए हुए हैं. इंडियन एम्बेसी भारत के छात्रों के साथ संपर्क में हैं. जब भी किसी मुद्दे को हल करने की आवश्यकता होगी, तो भारत उस पर विचार करेगा.
कहां से शुरु हुआ विरोध प्रदर्शन
अमेरिका के कोलंबिया विश्वविद्यालय में 17 अप्रैल को फिलिस्तीन समर्थक विरोध प्रदर्शन हुआ. इसके बाद यह प्रदर्शन फिर न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय, येल विश्वविद्यालय, इलिनोइस विश्वविद्यालय और कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले और दक्षिणी कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय तक फैल गया. अमेरिकी पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ एक्शन लेना शुरु किया और अब तक कइयों को गिरफ्तार कर लिया है. येल विश्वविद्यालय के एक शिविर से 40 से 48 से अधिक प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया. न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय में 133 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया.
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अमेरिका में यूनिवर्सिटीज के बाहर बढ़ा छात्रों का विरोध प्रदर्शन, जानिए भारत की क्यों है नजर