डीएनए हिंदी: सिखों के शीर्ष निकाय शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने काबुल में गुरुद्वारा करता-ए-परवान पर 18 जून के आतंकवादी हमले (Terrorist Attack) के बाद भारत में प्रवास करने की इच्छा रखने वाले अफगान सिखों और हिंदुओं को मदद की पेशकश की है.
प्रबंधन कमेटी ने कई परोपकारी संगठनों का भी विस्तार किया है. इन संगठनों का मकसद है कि सुरक्षा वजहों से जिन लोगों ने अपनी जमीन छोड़कर भारत में पनाह ली है, उनकी मदद की जाए.
एसजीपीसी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि अन्य मदद देने के अलावा, एसजीपीसी ने अफगानिस्तान से पलायन करने के इच्छुक अफगान सिखों और हिंदुओं को हवाई टिकट उपलब्ध कराने की पेशकश की है.
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मुफ्त एजुकेशन से लेकर ट्रेनिंग तक, मदद के लिए तैयार सिख संगठन
अमृतसर स्थित अमनदीप नर्सिंग कॉलेज ने क्वालीफाइंग अफगान सिख और हिंदू छात्रों को उनके भारत आने पर नर्सिंग और ऑपरेशन थिएटर इंडस्ट्री में मुफ्त डिप्लोमा पाठ्यक्रम में एडमिशन की पेशकश की है.
कॉलेज के निदेशक डॉ. अवतार सिंह ने ज़ी न्यूज़ को बताया कि युवा अफगान सिख और हिंदू प्रवासियों को एक उज्जवल भविष्य देना भी हमारी प्रमुख चिंताओं में से एक होना चाहिए. उन्होंने कहा कि वे न केवल मुफ्त डिप्लोमा देंगे करेंगे बल्कि उन्हें हॉस्टल और दूसरी सेवाएं भी मुहैया कारएंगे. डॉक्टर अवतार सिंह ने कहा कि उन्होंने प्रवासी अफगान सिखों और हिंदुओं के भारत आने पर उन्हें मुफ्त मेडिकल ट्रीटमेंट देने का भी संकल्प लिया है.
18 जून के बाद फिर बुरी हुई स्थिति
गौरतलब है कि 18 जून को, सशस्त्र बंदूकधारियों ने गुरुद्वारा करता-ए-परवान में धावा बोल दिया और अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी थी जिसमें एक सिख भक्त और गुरुद्वारा के एक मुस्लिम गार्ड की मौत हो गई थी. दुबई स्थित परोपकारी संगठन पीसीटी ह्यूमैनिटी के संस्थापक जोगिंदर सिंह सलारिया गुरुवार को काबुल पहुंचे और उन्होंने हिंदू-सिख नेताओं से मुलाकात की. उन्होंने कहा है कि उनकी पहली प्राथमिकता अफगानिस्तान के अल्पसंख्यक सिखों और हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना है.
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जोगिंदर सिंह सलारिया ने कहा, 'हमारा प्रतिनिधिमंडल आज सिख और हिंदू नेताओं और काबुल प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक करेगा और चर्चा करेगा कि हम अफगानिस्तान के आतंकवादी प्रभावित अल्पसंख्यक समुदाय को कैसे मदद प्रदान कर सकते हैं.' गुरुद्वारा करता परवन पर हमले के बाद भारत सरकार ने अफगानिस्तान में रहने वाले हिंदू और सिख समुदाय के सदस्यों के लिए 111 वीजा जारी किया है.
लोगों तक पहुंचेगी जरूरी सामग्री
सरबत दा भील ट्रस्ट के अध्यक्ष एसपीएस ओबेरॉय ने बताया कि ट्रस्ट सभी अफगान सिख और हिंदू शरणार्थियों को खाद्य सामग्री और अन्य राशन सामग्री की आपूर्ति करेगा, जो अगले छह महीनों के लिए अफगान दूतावास के जरिए भारत आएंगे.
उन्होंने यह भी कहा कि ट्रस्ट ने पहले ही अफगान दूतावास के जरिए 20,000 अफगान शरणार्थियों को राशन उपलब्ध कराया था और वर्तमान में ट्रस्ट नियमित रूप से 400 शरणार्थियों को राशन उपलब्ध करा रहा है.
इंडिया वर्ल्ड फोरम के अध्यक्ष पुमीत सिंह चंडोक इन दिनों अफगान हिंदू और सिखों के बीच संवाद के लिए काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा है कि करीब 60 अफगानिस्तानी हिंदू सिख अपने वीजा के लिए इंतजार कर रहे हैं. जल्द ही उन्हें वीजा मिलेगा. वीजा मिलने के बाद उन्हें भारत आने की इजाजत दी जाएगी.
विश्व पंजाबी संगठन के अध्यक्ष विक्रम साहनी पहले ही उन सिखों और हिंदुओं को लाने के लिए चार्टर्ड विमान भेजने की पेशकश कर चुके हैं जो अफगानिस्तान छोड़ना चाहते हैं.
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