डीएनए हिंदी: अडानी ग्रुप के बारे में आई हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट को लेकर गुरुवार को लोकसभा में हंगामा हो गया. विपक्ष के सांसदों ने सदन में नारेबाजी करते हुए मांग उठाई कि सदन में सबसे पहले इसी मुद्दे पर चर्चा हो. हंगामे और शोर शराबे के चलते सदन की कार्यवाही को 2 बजे तक स्थगित कर दिया गया. इससे पहले विपक्षी नेताओं ने बैठक की और सदन की कार्यवाही के लिए अपनी रणनीति तय की. शिवसेना सांसद संजय राउत ने पहले ही कहा कि संसद में अडानी-हिंडनबर्ग मुद्दे पर सरकार से सवाल जरूर पूछे जाएंगे. दूसरी तरफ, आरबीआई ने भारत के बैंकों से पूछा है कि उन्होंने अडानी ग्रुप को जो कर्ज दिए हैं उसका पूरा ब्योरा दें.
संसद के बजट सत्र के दूसरे दिन लोकसभा की बैठक शुरू होने पर अध्यक्ष ओम बिरला ने भारत दौरे पर आईं जाम्बिया गणराज्य की नेशनल असेंबली की स्पीकर नेली मुट्टी और वहां के संसदीय शिष्टमंडल का सदन की ओर से स्वागत किया. जाम्बिया के शिष्टमंडल के सदस्य इस दौरान सदन की विशेष दीर्घा में बैठे थे. इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू कराया, कांग्रेस समेत लगभग सभी विपक्षी दलों के सदस्य आसन के पास आकर नारेबाजी करने लगे.
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अडानी ग्रुप की जांच कराने की मांग
विपक्षी सासंद अडाणी ग्रुप को लेकर आई इस रिपोर्ट पर चर्चा कराने की और समूह की कारोबारी प्रक्रियाओं की जांच कराने की मांग कर रहे थे. हंगामा कर रहे विपक्षी सदस्यों से उनके स्थान पर जाने की अपील करते हुए बिरला ने प्रश्नकाल चलने देने की अपील की और कहा कि बिना तथ्यों के कोई बात नहीं की जानी चाहिए. इस दौरान अध्यक्ष ओम बिरला ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सदस्य पूनम मदाम को प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (पीएमकेएसवाई) से संबंधित पूरक प्रश्न पूछने को कहा लेकिन हंगामे के बीच वह पूरक प्रश्न नहीं पूछ सकीं.
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लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने हंगामा कर रहे सदस्यों से कहा, 'प्रश्नकाल महत्वपूर्ण समय होता है. विधान मंडल अध्यक्षों के सम्मेलन में चिंता व्यक्त करते हुए कहा गया था कि प्रश्नकाल चलना चाहिए. आप बुनियादी सवाल उठाएं. मैं आपको पर्याप्त समय दूंगा. आप सदन की मर्यादा नहीं रखना चाहते. बिना तथ्यों के कोई बात नहीं कीजिए.' हंगामा नहीं थमने पर अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही कुछ ही मिनट बाद दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी.
अडाणी-हिंडनबर्ग मामले पर एकजुट हुआ विपक्ष
सदन की बैठक शुरू होने से पहले कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दलों के नेताओं ने संसद के मौजूदा बजट सत्र में अपनी रणनीति को लेकर बैठक की और अडाणी समूह से संबंधित मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग उठाने का फैसला किया. राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के संसद भवन स्थित कक्ष में हुई बैठक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश, तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय और डेरेक ओब्रायन, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह, डीएमके की कनिमोई, समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव, शिवसेना (उद्धव ठाकरे) के संजय राउत और कुछ अन्य दलों के नेता मौजूद थे.
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सूत्रों ने बताया कि विपक्षी दलों ने फैसला किया है कि वे दोनों सदनों में अडाणी एंटरप्राइजेज से जुड़ा मुद्दा उठाएंगे और इस पर चर्चा की मांग करेंगे. लोकसभा में कांग्रेस सदस्य मणिकम टैगोर ने कार्यस्थगन का नोटिस देकर अडाणी एंटरप्राइजेज के मुद्दे पर चर्चा की मांग की है. कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने ट्वीट कर कहा कि अडाणी प्रकरण पर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) का गठन होना चाहिए.
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