डीएनए हिंदीः देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) का बुधवार को भारतीय वायुसेना के हेलिकॉप्टर क्रैश (Helicopter Crash) में निधन हो गया. उनके साथ उनकी पत्नी मधुलिका (Madhulika Rawat) और 11 अन्य लोगों की भी मौत हो गई. तमिलनाडु में कुन्नूर के पास यह दुर्घटना हुई. इस हादसे के बाद पूरे देश में शोक की लहर है. उनके शवों को आज दिल्ली लाया जाएगा. इस हादसे पर पीएम मोदी समेत (PM Narendra Modi) देश और दुनिया के दूसरे राजनेताओं ने दुख जताया है.
बिपिन रावत ने अपने पूरे कार्यकाल के दौरान चीन और पाक के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाया था. जनरल बिपिन रावत ने कई मुश्किल मिशन में हिस्सा लिया और बाद में ऐसे ही कई बड़े मिशन का नेतृत्व भी किया था. इन्हीं उपलब्धियों की वजह से उन्हें करियर में कई मेडल से नवाजा गया. जनरल रावत को उत्तम युद्ध सेवा मेडल, अति विशिष्ट सेवा मेडल, युद्ध सेवा मेडल, सेना मेडल, विदेश सेवा मेडल जैसे मेडल मिले. बिपिन रावत के निधन की दुखद खबर के बाद रक्षामंत्री राजनाथ सिंह उनके परिवार से मिलने पहुंचे और उन्हें धीरज बंधाया.
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परिवार में हैं दो बेटियां
मध्य प्रदेश के शहडोल की रहने वाली मधुलिका रावत की शादी 1986 में बिपिन रावत से हुई थी. उनकी दो बेटियां हैं. एक बेटी का नाम कृतिका रावत और दूसरी बेटी का नाम तारिणी है. बताया जा रहा है कि एक बेटी मुंबई में रहती है और दूसरी बेटी उनके साथ रहती थी.
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मधुलिका रावत हमेशा जुड़ी रहीं सोशल वेलफेयर से
बिपिन रावत की पत्नी डॉ. मधुलिका रावत ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से साइकोलॉजी की पढ़ाई की है और वह हमेशा ही आर्मी वेलफेयर के लिए काम किया करती थीं. वह आर्मी वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन (AWWA) की प्रेसिडेंट भी थीं. समाज सेवा से लगातार जुड़ी रहने वाली मधुलिका रावत ने फौजियों की पत्नियों को अलग-अलग तरह के स्किल्स सिखाकर उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने का काम भी किया.
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आज होगा अंतिम संस्कार
बिपिन रावत और उनकी पत्नी का अंतिम संस्कार दिल्ली कैनटोनमेंट में किया जाएगा. जनरल रावत का शव उनके आवास पर आम लोगों के दर्शन के लिए रखा जाएगा. लोग सुबह 11 बजे से दोपहर के दो बजे तक उन्हें आखिरी सलामी दे सकेंगे. इसके बाद उनके अंतिम संस्कार की प्रक्रिया शुरू होगी. उनका आखिरी सफर कामराज मार्ग से शुरू होगा, जो कि दिल्ली कैनटोनमेंट के ब्रार स्क्वायर श्मशान घाट पर जाकर खत्म होगा.
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