पिछले 1 दशक में कैंसर (Cancer) के मामलों में सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि दुनियाभर में वृद्धि देखी गई है. नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2023 में भारत में कैंसर के 14,96,972 मामले दर्ज (Cancer Cases in India) किए गए थे और अनुमान है कि साल 2040 तक भारत में कैंसर के मामले दोगुने हो सकते हैं. इसलिए कैंसर के प्रति जागरूकता बढ़ाना जरूरी है.
कैंसर को लेकर जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 4 फरवरी को वर्ल्ड कैंसर डे (World Cancer Day 2025) मनाया जाता है. ऐसे में आज हम आपको कैंसर के उन 10 लक्षणों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें भूलकर भी (10 Cancer Signs In Women) महिलाओं को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए...
योनि से अनियमित रक्तस्राव
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक एंडोमेट्रियल कैंसर से पीड़ित 90% से अधिक महिलाओं को अनियमित रक्तस्राव का अनुभव होता है. इसलिए अगर आपको पीरियड्स के बीच ज्यादा रक्तस्राव, भारी रक्तस्राव या सेक्स के दौरान रक्तस्राव का अनुभव होता है, तो आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए, क्योंकि यह गर्भाशय ग्रीवा या योनि कैंसर का संकेत हो सकता है.
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वजन कम होना
मोटापा आपको कैंसर दे सकता है, जिसे एक्सरसाइज, सही डाइट की मदद से कम किया जा सकता है. लेकिन आहार या व्यायाम की आदतों में बदलाव किए बिना अगर अचानक से 10 पाउंड (4.5 KG) से ज़्यादा वजन कम हो जाए, तो अपने डॉक्टर से बात करें.
योनि स्राव का रंग
इसके अलावा खूनी, गहरे रंग का या बदबूदार स्राव आमतौर पर संक्रमण का संकेत माना जाता है. हालांकि कई मामलों में ये गर्भाशय ग्रीवा, योनि या एंडोमेट्रियल कैंसर का चेतावनी संकेत हो सकता है.
लगातार थकान
आमतौर पर थोड़ा आराम कर थकान को दूर किया जा सकता है. लेकिन अगर थकान आपके काम या आराम की गतिविधियों में बाधा डाल रही है तो ऐसी स्थिति में अपनी व्यस्त ज़िंदगी को दोष देना बंद करें और डॉक्टर से मिलें.
भूख न लगना या हमेशा पेट भरा हुआ महसूस होना
इसके अलावा कभी भूख नहीं लगना, या पेट भरा हुआ महसूस होना भी कैंसर का एक संकेत हो सकता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक भूख में बदलाव डिम्बग्रंथि के कैंसर या प्रजनन प्रणाली से संबंधित अन्य कैंसर के लक्षण हो सकते हैं.
श्रोणि या पेट के क्षेत्र में दर्द होना
पेट में लगातार दर्द या बेचैनी होना, जिसमें गैस, अपच, दबाव, सूजन और ऐंठन जैसी समस्याएं शामिल हैं. यह डिम्बग्रंथि या एंडोमेट्रियल कैंसर का संकेत हो सकता है.
पेशाब में बदलाव
इसके अलावा अचानक हर समय पेशाब करने की जरूरत महसूस होना या मूत्राशय पर लगातार दबाव महसूस होना? जब तक कि आपने ज़्यादा तरल पदार्थ पीना शुरू नहीं किया है या आप गर्भवती नहीं हैं, यह भी कैंसर का एक संकेत हो सकता है.
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लगातार अपच या मतली
कई मामलों में लंबे समय से बना अपच या मतली स्त्री रोग संबंधी कैंसर का संकेत हो सकता है. ऐसी स्थिति में सावधान रहने की जरूरत है. अगर आपको सामान्य से ज़्यादा बार मतली महसूस हो तो डॉक्टर से मिलें.
मल त्याग में परेशानी
इसके अलावा मल त्याग करने में परेशानी होना बृहदान्त्र पर किसी बाहरी दबाव का संकेत हो सकता है और यह किसी भी उन्नत चरण के स्त्री रोग संबंधी कैंसर या अन्य कैंसर का संकेत हो सकता है.
स्तनों में परिवर्तन
अधिकांश स्तन कैंसर का पता महिलाओं को खुद ही दैनिक गतिविधियों जैसे कि नहाना, शेविंग या खुजलाने आदि के दौरान चलता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक स्तन या बगल में गांठों के प्रति सतर्क रहना चाहिए, साथ ही स्तनों की त्वचा में होने वाले परिवर्तनों, स्तनों के रंग-रूप में होने वाले परिवर्तनों और निप्पलों में असामान्यताओं के प्रति भी सचेत रहें.
नोट- हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक इनमें से एक या उससे ज़्यादा लक्षण होने का मतलब यह नहीं है कि आपको कैंसर है. लेकिन अगर ये लक्षण दो हफ्ते या उससे ज़्यादा समय तक बने रहें तो आपको डॉक्टर से मिलकर इसकी जांच करवानी चाहिए.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर्स से संपर्क करें.)
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