डीएनए हिंदीः अगर आपके कूल्हे और कमर के आसपास बहुत ज्यादा दर्द (Severe Pain Around Hip and Pelvis) हो रहा है और ये लंबे समय से बना है तो इसे नजर अंदाज तो बिलकुल न करें. असल में ये गठिया (Gout) ही नहीं, हाई कोलेस्ट्रॉल (High Cholesterol) का कारण भी हो सकता है. इतना ही नहीं कई बार ये ब्लड क्लॉटिंग (Blood Clotting) और ब्लड सर्कुलेशन सही न होने (Bad Blood Circulation) का भी संकेत देता है. 

पैरों में दर्द (Pain in Legs), सांस फूलना (Shortness of Breath), आंखों के आसपास पीले दर्दरहित दाने (Yellow Painless Rash around Eyes) भी हाई कोलेस्ट्रॉल का ही लक्षण (High Cholesterol Sign) हैं लेकिन कोलेस्ट्रॉल यानी एलडीएल हाई (LDL) होने पर सबके शरीर में एक से लक्षण नहीं दिखते. अगर आपके हिप्स और कमर (Hips and Back Pain) के पास दर्द हो रहा है तो ये हाई कोलेस्ट्रॉल का भी संकेत हो सकता है. चलिए जानें कैसे जानें कि शरीर में कोलेस्ट्रॉल हाई है. 

नसाें में जम चुकी वसा और गंदगी को दूर कर देंगे ये फूड्स, मोम की तरह पिघलेगी चर्बी

बैड कोलेस्ट्रॉल जब शरीर में जमा होता है तो इसके लक्षण असानी से सामने नहीं आते. संकेतों को पहचान कर तुरंत इलाज शुरू कर देना चाहिए. डाइट, एक्सरसाइज और दवाएं इसे कंट्रोल करने में मददगार होती हैं.

नसों में चिपका फैट पिघला देंगी ये 4 चीजें, कोलेस्ट्रॉल हाई होते ही ब्रेकफास्ट से डिनर तक में खा लें

कहीं आपको पेरिफेरल आर्टरी डिजीज तो नहीं?
खून में अगर कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाए तो पेरिफेरल आर्टरी डिजीज (Peripheral Artery Disease) का खतरा बढ़ता है. इससे धमनियों को नुकसान पहुचता है और धमनियां सिकुड़ने लगती हैं और ब्लड सही से शरीर हर अंग तक नहीं पहुंच पाता.

शरीर के इन हिस्सों में होता है तेज दर्द
पेरिफेरल आर्टरी डिजीज (PAD) होने शरीर में खून का प्रवाह बाधित होता है. अगर आपके जांघों, कूल्हों और पैरो में तेज दर्द बना रहता है तो ये संकेत हाई कोलेस्ट्रॉल के हो सकते है. ऐसा होने पर आपको तुरंत अपने कोलेस्ट्रॉल की जांच करानी चाहिए. 

हिप्स के दर्द को समझें खतरे का संकेत
अगर आपके कूल्हे और कमर के बीच दर्द उठते-बैठते या सोते समय ज्यादा हो रहा है और इससे आपका काम प्रभावित होने लगे तो इसे नजरअंदाज न करें. इस दर्द की पहचान आप ऐसे भी कर सकते हैं कि जब आप चलते हैं तो ये दर्द कम होता जाता है. यानी नसों में ब्लॉकेज से बैठने या सोने पर हिप्स में ब्लड का फ्लो कम हो जाता है. इससे दर्द होता है और चलने पर जब ब्लड सर्कुलेशन सही होता है तो दर्द कम हो जाता है. 

ठंड में इन 4 बीमारियों में घी जहर की तरह करता है काम, खाने से पहले देख लें लिस्ट

खून में कितना होना चाहिए कोलेस्ट्रॉल?
तय मानको के मुताबिक हेल्दी एडल्ट्स में 200 मिलीग्राम/डीएल तक कोलेस्ट्रॉल होना चाहिए, अगर यही लेवल 240 मिलीग्राम/डीएल के पार पहुंच जाए तो समझ जाएं कि खतरा बढ़ चुका है और आपको अपनी जीवनशैली और खान पान में बदलाव लाने की जरूरत है.

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.) 

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Url Title
While Walking setting Hips joint pain hurts is Risky sign of blood vein blockage LDL cholesterol increases
Short Title
हिप्स में उठते-बैठते हेोने वाला दर्द, गठिया ही नहीं, हाई कोलेस्ट्रॉल का भी संकेत
Article Type
Language
Hindi
Page views
1
Embargo
Off
Image
Image
Cholesterol: हिप्स में उठते-बैठते और चलने वाला दर्द, गठिया ही नहीं, हाई कोलेस्ट्रॉल का भी संकेत
Caption

Cholesterol Sign: हिप्स में उठते-बैठते और चलने वाला दर्द, गठिया ही नहीं, हाई कोलेस्ट्रॉल का भी संकेत
 

Date updated
Date published
Home Title

Cholesterol: हिप्स में उठते-बैठते और चलने वाला दर्द, गठिया ही नहीं, हाई कोलेस्ट्रॉल का भी संकेत