शरीर में पनपने वाली बीमारियों के लक्षण दिखने पर तुरंत इलाज शुरू कर देना चाहिए. हालांकि, कई बीमारियां ऐसी हैं, जिनके लक्षण बहुत ही आम होते हैं और इस वजह लोगों को जल्दी बीमारी का पता नहीं चल पाता है. ऐसी ही एक समस्या है गर्दन का कालापन (Dark Neck). हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, गर्दन का कालापन जिसे एकैन्थोसिस निगरिकन्स (Acanthosis Nigricans) कहा जाता है, किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकता है. इसे मैल समझकर नजरअंदाज करने की भूल न करें. आज हम आपको ऐसी ही कुछ बीमारियों के बारे में बता रहे हैं, जिसके कारण गर्दन का रंग काला (Dark Neck Causes) पड़ने लगता है. तो आइए जानते हैं इन गंभीर बीमारियों के बारे में...
गर्दन काली पड़ने के कारण (What Diseases Cause Dark Neck)
मोटापा (Obesity)
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक एकैन्थोसिस निगरिकन्स (Acanthosis nigricans) सबसे ज्यादा मोटापे से पीड़ित व्यक्ति में देखी जाती है. क्योंकि मोटापे की वजह से स्किन में कई लेयरिंग्स हो जाती हैं और फिर ये स्किन में पिग्मेंटेशन का कारण बनता है और इससे गर्दन की त्वचा काली पड़ने लगती है। ऐसे में इसे ज्यादा बढ़ने से पहले डाॅक्टर को दिखाना जरूरी है.
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डायबिटीज (Diabetes)
वहीं जिन लोगों को एकैन्थोसिस निगरिकन्स है, उनमें से ज्यादातर लोग इंसुलिन के प्रति प्रतिरोधी होते हैं. इसका मतलब है कि डायबिटीज के मरीजों में इसका खतरा ज्यादा होता है. क्योंकि ऐसे लोगों में पेनक्रियाज सही से इंसुलिन हार्मोन का प्रोडक्शन नहीं कर पाता है या फिर इंसुलिन सेल्स इस होर्मोन के हिसाब से काम नहीं कर पाती है. ऐसे में इंसुलिन रेजिस्टेंस टाइप 2 डायबिटीज का कारण बनता है.
हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyroidism)
हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyroidism) की स्थिति में थायरॉयड ग्रंथि सही से इस हार्मोन का प्रोडक्शन नहीं कर पाती है, जिससे एकैन्थोसिस निगरिकन्स (Acanthosis nigricans) की स्थिति पैदा होती है और गर्दन काली पड़ जाती है. ऐसे में अगर आपकी भी गर्दन काली पड़ रही है तो डॉक्टर को दिखाएं ताकि वो समय रहते स्थिति को समझकर आपको सही सुझाव दे सकें.
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PCOD के कारण (PCOD Cause Dark Neck)
इसके अलावा पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (Polycystic ovarian syndrome) और ओवरी में सिस्ट(ovarian cysts) होने के कारण भी ये समस्या पैदा हो सकती है. दरअसल ऐसी स्थिति वाली लड़कियों और महिलाओं में हार्मोनल हेल्थ इतना ज्यादा खराब होता है कि इसका असर स्किन पर नजर आता है.
इतना ही नहीं पीसीओडी में इंसुलिन प्रतिरोध यानी इंसुलिन रेजिस्टेंस सिंड्रोम (Insulin Resistance Syndrome) का खतरा ज्यादा होता है और ये स्थिति तब होती है जब शरीर की इंसुलिन कोशिकाएं इस हार्मोन के प्रति सामान्य रूप से प्रतिक्रिया नहीं कर पाती हैं. जिसके कारण एकैन्थोसिस निगरिकन्स होता है.
Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.
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मैल नहीं, इन 4 गंभीर बीमारियों के कारण गर्दन पर जमने लगती है काली परत, न करें अनदेखा