डीएनए हिंदी: मौसम में बदलाव के साथ क्रॉनिकल बीमारियों भी ट्रिगर होने लगी है. ठीक इसी तरह सर्दी का मौसम शुरू होते ही यूरिक एसिड के मरीजों में इसका लेवल हाई होने लगता है. यह एक तरह का टॉक्सिन है, जो बॉडी में बनता है, लेकिन इसका हाई लेवल किडनी फिल्टर को प्रभावित करने से लेकर हड्डियों के जोड़ों में क्रिस्टल्स के रूप में जमकर दर्द, सूजन और अकड़न और गाउट की समस्या पैदा करता है. इसकी वजह से व्यक्ति चलना फिरना तो दूर उठना बैठना भी मुश्किल हो जाता है. यह खासकर पैरों के जोड़ यानी घुटनों में समस्या पैदा करता है. इनकी वजह से ही जोड़ों में दर्द और सूजन बढ़ने लगती है. व्यक्ति का उठना तक मुश्किल हो जाता है. ऐसे में अगर आप दवाई नहीं खाना चाहते हैं मूली को डाइट में शामिल कर सकते हैं.
डाइट में मूली का सेवन आपकी यूरिक एसिड को कंट्रोल करने का काम करती है. इसे सब्जी से लेकर सलाद के रूप में खाया जा सकता है. यह आसानी से शरीर में बनने वाली प्यूरीन को फ्लश आउट कर देता है. इसके साथ ही जोड़ों में होने वाले दर्द, सूजन और अकड़न को दूर कर देता है. यह किसी औषधि से कम नहीं है. आइए जानते हैं इसे खाने के फायदे और काम करने का तरीका...
पेट की गंदगी हो जाती है खत्म
मूली का सेवन करने से पेट में जमा गंदगी दूर हो जाती है. यह जोड़ों के दर्द का उपचार करने में सहायक है. इसके साथ ही ब्लड शुगर को कंट्रोल करने का काम करती है. सर्दी के मौसम में हर दिन खाने के साथ सलाद में मूली खाने से यूरिक एसिड का हाई लेवल आसानी से कंट्रोल हो जाता है. यह पेट में जमा होने वाली गंदगी, मल, गैस और एसिडिटी को भी आसानी से बाहर कर देती है.
जोड़ों के दर्द और सूजन में मिलता है आराम
एक्सपर्ट्स की मानें तो मूली में बायोएक्टिव यौगिक पाएं जाते हैं. ये प्यूरीन के संचय को रोकने के साथ ही स्टोन को फ्लश आउट करने में मदद करते हैं. यह किडनी की फिल्टर क्षमताओं को बूस्ट करते हैं. इसके अलावा जोड़ों में होने वाले दर्द और सूजन को खत्म कर देते हैं. मूली में मिलने वाला फाइबर मेटाबॉलिज्म को बूस्ट कर प्यूरीन को जमा होने से रोकता है. इसमें मौजूद एंटी इंफ्लेमेटरी गुण प्यूरीन को बनने से रोकते हैं. इसका सीधा असर यूरिक एसिड लेवल पर पड़ता है.
हाई यूरिक एसिड के मरीज ऐसे खाएं मूली
अगर आपका यूरिक एसिड लेवल हाई है तो डाइट में मूली को जरूर शामिल कर लें. इसे सलाद के रूप में खा सकते हैं. इसके लिए छोटे छोटे टुकड़े कर लें. स्वाद बढ़ाने के लिए मूली में पीसी हुई काली मिर्च, नींबू का रस डाल दें. अब हर दिन इसका सेवन सुबह खाली पेट करें. नियमित रूप से इसका सेवन करने पर हाई यूरिक एसिड भी आसानी से कंट्रोल हो जाएगा. यूरिक एसिड की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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सर्दी में Uric Acid को लेवल कंट्रोल कर देगी मूली, खाते ही जोड़ों के दर्द, अकड़न और सूजन से मिलेगा आराम