केरल (Kerala) में इन दिनों लोगों को मंप्स (Mumps) के प्रकोप का सामना करना पड़ रहा है. इस बीमारी को चिपमंक चीक्स, कंठमाला या गलसुआ (Galsua) के नाम से भी जाना जाता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राज्य में 10 मार्च, रविवार को एक ही दिन में 190 मामले सामने आए. ऐसे में इस बीमारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए केरल के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से अलर्ट (Mumps Outbreak In Kerala) जारी कर दिया गया है. केरल स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, इस महीने वायरल संक्रमण के 2,505 मामले सामने आए हैं.
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक गलसुआ रोग पैरामाइक्सोवायरस (Paramyxovirus) के कारण होता है, जो संक्रमित मरीज के ऊपरी श्वसन पथ से सीधे संपर्क या हवा के माध्यम से फैलता है. आमतौर पर यह बीमारी छोटे बच्चों को प्रभावित करती है, लेकिन किशोर और वयस्क भी (Mumps Outbreak) इससे संक्रमित हो सकते हैं.
क्या है Mumps? (What Is Mumps)
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक मंप्स एक तरह का वायरल इंफेक्शन (Viral Infection) है और यह इंफेक्शन दोनों गालों के किनारे पर मौजूद सलाइवा बनाने वाले पैरोटिड ग्लैंड को इफेक्ट करता है. इस इंफेक्शन की वजह से गालों में सूजन आने लगती है और चेहरे की बनावट बिगड़ जाती है. इतना ही नहीं कई बार मंप्स इंफेक्शन में गर्दन में भी तेज दर्द होता है. बता दें कि मंप्स इंफेक्शन वैसे तो किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है लेकिन बच्चे इसकी चपेट में ज्यादा आते हैं.
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कैसे फैलता है संक्रमण? (Mumps outbreak in Kerala)
बता दें कि मंप्स संक्रमण हैं और यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक पहुंचता है. मुख्य रूप से मंप्स संक्रमित व्यक्ति की लार व अन्य रिसाव आदि से स्वस्थ व्यक्तियों में फैलता है. ऐसे में किसी भी व्यक्ति का झूठा पानी, जूठा खाना या रुमाल का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए. इसके अलावा अगर घर में किसी व्यक्ति में मंप्स संक्रमण के लक्षण दिखाई देते हैं तो शेयरिंग बेसिस पर तौलिये और बर्तन का इस्तेमाल करने से भी बचना चाहिए.
मंप्स के लक्षण (Mumps Symptoms)
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक मंप्स संक्रमण के लक्षण शुरुआत में नजर नहीं आते हैं. इसके लक्षण 2 से 3 सप्ताह बाद नजर आते हैं और कुछ लोगों में कोई लक्षण नहीं या बहुत हल्के लक्षण हो सकते हैं. आइए जानते हैं इन लक्षणों के बारे में...
- निगलने में कठिनाई होना
- मुंह सूखने की समस्या
- जोड़ों में दर्द होना
- बुखार की समस्या
- सिरदर्द की समस्या
- मांसपेशियों में दर्द होना
- खाने का मन न करना
- थकान
- चेहरे के किनारों पर एक या दोनों ग्रंथियों में सूजन
- लार ग्रंथियों में सूजन होना
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ऐसे करें बचाव (Mumps Prevention And Control)
मंप्स या गलसुआ से बचने के लिए बच्चों को MMR VACCINE लगवाई जानी चाहिए. साथ ही इस स्थिति में प्रापर रेस्ट लेना जरूरी है. एसीडिक फूड व पेय पदार्थों से बचना चाहिए. डिहाइड्रेशन से बचें और दिनभर में पर्याप्त पानी पिएं. इसके अलावा जिन चीजों को चबाने में दिक्कत हो उसे खाने से बचें. संक्रमित मरीज के निकट आने से बचें.
Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.
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क्या होता है Mumps? केरल में तेजी से फैल रही इस बीमारी ने बढ़ा दी है टेंशन, जानें लक्षण