डीएनए हिंदी : Menopause Symptoms, Age and Diet in Hindi- महिलाओं के लिए सिर्फ पीरियड्स का दौर ही कठिन नहीं होता बल्कि पीरियड्स जब बंद होते हैं यानी मीनोपॉज शुरू होते हैं, जिसे मेंस्ट्रुअल साइकिल का एंड कहते हैं, वो समय भी बहुत ही मुश्किल भरा होता है. कई बार यह अचानक शुरू हो जाते हैं तो कई बार धीरे धीरे इसके लक्षण दिखने लगते हैं. आज हम आपको इसके बारे में सारी जानकारी देंगे, किस उम्र में मीनोपॉज शुरू होता है, क्या होते हैं लक्षण,ऐसे समय में किन सावधानियों का ध्यान रखना होता है.
डॉक्टरों के मुताबिक 45-50 की उम्र ही एक आम उम्र है मीनोपॉज शुरू होने की, लेकिन अगर यह अर्ली शुरू हो जाता है तो इसे प्रीमेच्योर मीनोपॉज कहते हैं. जिन महिलाओं को 41-45 साल की उम्र में मीनोपॉज होता है उसे अर्ली मीनोपॉज (Early Menopause) कहते हैं.
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लक्षण (Symptoms)
- मीनोपॉज शुरू होने से पहले मूड स्विंग्स होते हैं
- इसमें पेट भी फूल सकता है,ब्रेस्ट में भी भारीपन होता है.
- कई बार नींद नहीं पूरी होती और चिड़चिड़ापन होता है.
- पीरियड्स रूटीन में नहीं आते और धीरे धीरे बंद हो जाते हैं.
- शरीर में पसीना खूब आता है
- पेट में कभी कभी हल्का दर्द भी होता है
- एट्रोफिक परिवर्तन से त्वचा में सूखापन आ जाता है.
- पेशाब रोकने में असमर्थता,खांसने या छींकने पर पेशाब का रिसाव होने जैसी यूरिनरी लक्षण
- चिंता,अवसाद,यौन संबंध की इच्छा कम हो जाना
ये कुछ ऐसे बदलाव हैं जो मीनोपॉज शुरू होने से पहले शरीर में दिखाई देने लगते हैं. कई बार महिलाएं इन्हें नजरअंदाज करती हैं लेकिन ये लक्षण धीरे धीरे सामने आने लगते हैं. इस दौरान महिलाएं ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या से भी गुजरती हैं, जिसमें हड्डियां कमजोर होने लगती हैं.
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कैसे पता चलेगा कि पीरियड्स न आने का कारण मीनोपॉज ही है? (How to identify Menopause Test)
जब 47-51 साल की उम्र की महिलाओं को 1 साल तक पीरियड्स नहीं आते हैं तो इसे मीनोपॉज मान लिया जाता है. हालांकि FSH और E2 जैसे हॉर्मोनल टेस्ट की मदद से भी मीनोपॉज कन्फर्म किया जाता है
मीनोपॉज के दौरान महिलाओं के शरीर में, मानसिक रूप से काफी बदलाव आते हैं, उनके बिहेवियर और लाइफस्टाइल में भी काफी बदलाव आते हैं. ऐसे में कोई आस पास उन्हें समझे ना समझे लेकिन उन्हें खुद पर ध्यान देना होता है. खान पान, डायट,डेली रूटीन इन सबका बहुत खयाल रखना होता है. कई बार शरीर में दूसरी बीमारियां भी दिखाई देने लगती है.
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एक बार मासिक धर्म बंद होने के बाद योनि मार्ग से किसी भी प्रकार का रक्तस्राव (Bleeding) नहीं होना चाहिए, अगर महिलाओं को लगता है कि उन्हें लंबे समय तक और भारी मासिक धर्म या मासिक धर्म (Periods) के बाद योनि से रक्तस्राव हो रहा है तो उन्हें तुरंत चिकित्सा सलाह लेनी चाहिए. हालांकि ऐसा हो सकता है, आस पास किसी इंफेक्शन के वजह से ऐसा हो सकता है.
रजोनिवृत्ती के लक्षणों से राहत पाने के लिए बहुत सारे उपचार विकल्पों की आप मदद ले सकती हैं, जिनमें से एक एक्यूपंचर का विकल्प है जिसका परिणाम अच्छा है, साथ ही सोया सप्लिमेंट्स के इस्तेमाल से आयसोफ्लाव्होन घटक शरीर की गर्मी नियंत्रण में रखता है, और हड्डियों को मजबूत बनाता है.
आप कैल्शियम को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं, इससे रजोनिवृत्ती के बाद होने वाली ऑस्टिओपोरोसिस की समस्या को कम करने में सहायता मिलती है
डाइट में विटामिन ई लेना शुरू करें. इससे बाल और स्किन सही रहेगी.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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Menopause Symptoms : कब शुरू होते हैं मीनोपॉज, कैसे समझें पीरियड्स बंद होने वाले हैं, किन बातों का रखें खयाल