शरीर को हेल्दी और फिट रखने के लिए कई तरह के पोषक तत्वों, विटामिन व मिनरल्स की जरूरत होती है. इन्हीं में से एक है आयोडीन (Iodine), जो शरीर के विकास और मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाए रखने में अहम भूमिका है. ऐसे में शरीर में अगर आयोडीन (Iodine Deficiency) की कमी हो जाए तो व्यक्ति कई तरह की गंभीर बीमारियों से घिर जाता है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक जीवन के हर स्तर के आधार पर आयोडीन की जरूरत अलग-अलग होती है (Daily Iodine Requirement). आमतौर पर आयोडीनयुक्त नमक की वजह से अब लोगों में आयोडीन की कमी के मामले पहले की तुलना में बहुत कम आते हैं, हालांकि लापरवाही के चलते (Health Tips) अब भी कई लोग इसकी कमी का शिकार हो जाते हैं. आइए जानते हैं क्या है आयोडीन और इसकी कमी से किन बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है.
आयोडीन की कमी (Iodine Deficiency)
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक थायरॉयड हॉर्मोन के उत्पादन के लिए आयोडीन बेहद ज़रूरी होता है. ऐसे में जब आयोडीन का सेवन कम हो जाता है, तो इसकी वजह से थायरॉयड ग्रंथि पर्याप्त मात्रा में थायराइड हार्मोन का संश्लेषण करने में असमर्थ हो जाती है. बता दें कि आयोडीन की कमी थायरॉयड से जुड़ी बीमारियों का सबसे आम कारण है. गंभीर होने पर इसकी वजह से बच्चों में अपरिवर्तनीय मस्तिष्क क्षति और बौद्धिक हानि हो सकती है. इसके अलावा इसकी वजह महिलाओं को गर्भपात भी हो सकता है.
जानें इसके लक्षण और इससे होने वाली समस्याएं (Iodine Deficiency symptoms)
- बाल झड़ना
- वजन बढ़ना
- रूखी त्वचा होना
- मांसपेशियों में ऐठन की समस्या
- कब्ज
- ज्यादा ठंड महसूस होना
- याददाश्त कमजोर हो जाना
- कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना
- बच्चों के विकास में कमी
- कम आईक्यू
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महिलाओं में आयोडीन की कमी से हो सकती हैं ये समस्याएं (Iodine Deficiency In Women)
-गॉइटर
-हाइपोथायरॉयडिज़्म की समस्या
-हाइपोथायरायडिज्म के कारण प्रजनन संबंधी समस्या
-गर्भावस्था की समस्याएं जैसे गर्भपात, मृत जन्म या जन्मजात विसंगतियां
इसके अलावा बड़े बच्चों में आयोडीन की कमी से हाइपोथायरॉयडिज़्म हो सकता है और स्कूल का प्रदर्शन खराब हो सकता है. साथ ही इसके कारण विकास पर भी बुरा असर पड़ सकता है.
आयोडीन की कमी कैसे करें दूर (How To Prevent Iodine Deficiency)
बता दें कि हमारे दैनिक भोजन में आयोडीन के स्रोत बहुत ही कम हैं. वहीं एक व्यक्ति को प्रतिदिन 150 mcg आयोडीन की आवश्यकता होती है. ऐसे में हर एक वयस्क व्यक्ति को इस जरूरत का कम से कम 97-98 फीसद आयोडीन लेना बहुत जरूरी है. इसके अलावा गर्भवती और बच्चे को दूध पिलाने वाली महिलाओं को अधिक आयोडीन की आवश्यकता होती है. बता दें कि गर्भवती महिलाओं को प्रतिदिन 220 और बच्चे को दूध पिलाने वाली महिलाओं को प्रतिदिन 290 mcg आयोडीन की जरूरत होती है.
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आहार में आयोडीन शामिल करने का सबसे बेहतर तरीका आयोडीन युक्त नमक है और एक औसत भारतीय प्रतिदिन लगभग 10-15 ग्राम नमक का सेवन करते हैं. ऐसे में अपनी रोजाना की डाइट में आयोडीन युक्त नमक का इस्तेमाल करने से आपकी आयोडीन की दैनिक मात्रा पूरी हो जाती है. लेकिन, अगर आप इसकी कमी से जूझ रहे हैं तो मुनक्का, आलू, करौंदा, दूध आदि का सेवन कर सकते हैं.
Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.
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Iodine की कमी होने पर शरीर में दिखते हैं ये गंभीर लक्षण, नजरअंदाज करना पड़ सकता है भारी