डीएनए हिंदी: घाना (Ghana) में मारबर्ग वायरस (Marburg Virus) के संक्रमण से दो लोगों की मौत की पुष्टि हो गई है. यह वायरस इबोला (Ebola) और कोरोना (Coronavirus) से भी ज्यादा खतरनाक बताया जा रहा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने (WHO) कुछ दिनों पहले ही चेतावनी जारी करते हुए इस वायरस से सावधान रहने की सलाह दी थी. घाना के स्वास्थ्य विभाग ने इसकी पुष्टि की है.
क्या है यह वायरस
मारबर्ग वायरस एक संक्रामक रक्तस्रावी बुखार (Infectious haemorrhagic fever) है. यह इबोला के समान परिवार से संबंधित है. यह वायरस चमगादड़ों (fruit bats) के माध्यम से लोगों में फैलता है. अगर असंक्रमित व्यक्ति संक्रमित व्यक्ति के शारीरिक संपर्क में आता है तो यह फैल सकता है. यह एक ऐसा बुखार है जो 2-21 दिनों तक रहता है. यह रोग संभावित रूप से बहुत हानिकारक और घातक है.
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घाना से पहले कई और देशों में इस वायरस ने अपना प्रकोप दिखाया है. इससे पहले अंगोला, कांगो,युगांडा,केन्या और दक्षिण अफ्रीका में इस रोग के मरीज पाए गए थे.
मारबर्ग वायरस रोग के लक्षण (Symptoms of Marburg Virus in Hindi)
मारबर्ग वायरस रोग के सामान्य लक्षण हैं
तेज बुखार, गंभीर सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द
संक्रमण के बाद तीसरे दिन रोगी को दस्त, मतली और उल्टी
पेट में दर्द और ऐंठन जैसे लक्षण भी दिखाई देते हैं
रोग का उपचार (Treatment of Marburg Virus infected patients)
मारबर्ग के लिए अभी तक कोई इलाज या वैक्सीन नहीं निकली है. मरीजों को ओरल डाइट पर रखा जाता है. बुखार की दवा दी जाती है और उनके शरीर में हाईड्रेशन का ध्यान रखना होता है
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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Marburg Virus: Ghana में इस वायरस से दो की मौत, कैसे फैलता है मारबर्ग और क्या हैं इसके लक्षण?