डीएनए हिंदीः आजकल की खराब लाइफ़स्टाइल और गड़बड़ खानपान के कारण लोग कई तरह की गंभीर बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं और इनमें से कई बीमारियां लोगों को काफी ज्यादा परेशान करती हैं. बता दें कि उसकी वजह से हड्डियां कमजोर होने लगती हैं और इससे हड्डियों से जुड़ी बीमारियां सामने आती हैं. आज हम आपको हड्डियों से जुड़ी ऐसी ही दो बीमारियों के बारे में बता रहे हैं. बता दें कि इन दोनों ही बीमारियों के नाम (Arthritis And Rheumatoid Arthritis) आपस में काफी मिलते जुलते हैं. दरअसल हम बात कर रहे हैं अर्थराइटिस और रूमेटाइड अर्थराइटिस की. इन बीमारियों के नाम भले ही मिलते-जुलते हों, लेकिन ये दोनों ही बीमारियां एक दूसरे से अलग हैं. ऐसे में इसके बारे में आपको सही जानकारी (Rheumatoid Arthritis) होना बहुत ही जरूरी है. ताकि आप समय रहते इन दोनों में अंतर समझ पाएं (Arthritis) और बीमारी का सही इलाज कर सकें. तो आइए जानते हैं अर्थराइटिस और रूमेटाइड अर्थराइटिस में क्या अंतर है और इसकी पहचान कैसे की जा सकती है...
ये है अंतर
बता दें कि अर्थराइटिस और रूमेटाइड अर्थराइटिस दोनों ही बीमारियां प्रमुख रूप से हड्डियों के जोड़ों को ही प्रभावित करती हैं. लेकिन, आर्थराइटिस और रूमेटाइड अर्थराइटिस के बीच सबसे बड़ा जो अंतर है और वह है इनका प्रकार. दरअसल रूमेटाइड अर्थराइटिस एक ऑटोइम्यून डिजीज है, वहीं जोड़ों में सूजन व जलन पैदा करने वाली सभी बीमारियों को अर्थराइटिस कहा जाता है.
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आसान भाषा में कहें तो रूमेटाइड अर्थराइटिस भी अर्थराइटिस का ही एक प्रकार है. बता दें कि इसके अलावा भी अर्थराइटिस के कई प्रकार हैं, जिनमें ओस्टियोआर्थराइटिस आदि शामिल है.
ऐसे करें पहचान
दरअसल अर्थराइटिस और रूमेटाइड अर्थराइटिस दोनों के ही ज्यादातर लक्षण एक समान होते हैं. इसलिए कुछ बातों का खास ध्यान रखना जरूरी है. अगर आपको पेन किलर दवाएं लेने के कुछ समय बाद फिर से दिक्कत दर्द होने लगता है तो यह रूमेटाइड अर्थराइटिस हो सकता है. इसके अलावा जिन लोगों को परिवार में पहले से ही किसी को रूमेटाइड अर्थराइटिस है, तो ऐसे लोगों में अर्थराइटिस के किसी और प्रकार की बजाय रूमेटाइड अर्थराइटिस होने का खतरा ज्यादा रहता है.
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क्या है इलाज
बता दें कि अर्थराइटिस का इलाज स्थिति के कारण के अनुसार ही किया जाता है, अर्थराइटिस के कुछ प्रकार ऐसे हैं जिनका इलाज किया जा सकता है और रुमेटाइट जैसे कुछ प्रकार ऐसे भी हैं जिनका कोई इलाज नहीं है. ऐसे में रूमेटाइड अर्थराइटिस के लिए उपलब्ध दवाओं की मदद से सिर्फ इसके लक्षणों को ही कंट्रोल किया जा सकता है. हालांकि कुछ घरेलू उपाय व जीवनशैली में बदलाव कर रूमेटाइड अर्थराइटिस के लक्षणों को कुछ हद तक कंट्रोल किया जा सकता है.
(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.)
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क्या है आर्थराइटिस और रूमेटाइड आर्थराइटिस में अंतर? जानें लक्षण और बचाव के आसान उपाय