डीएनए हिंदी: Cancer Risk in Children- कैंसर एक गंभीर बीमारी है. समय रहते इस बीमारी के बारे में पता ना चले तो इससे मरीज की जान तक जा सकती है. बड़ों में कैंसर के बारे में हम सब जानते हैं लेकिन बच्चों में कैंसर की बीमारी बढ़ती जा रही है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस बात पर शोध कर खुलासा किया है.
जब बॉडी में कोशिकाएं असमान्य हो जाती हैं, तो कैंसर जैसी समस्या पैदा होती है. स्तन कैंसर, स्किन कैंसर, फेफड़ों का कैंसर और कोलन यह सभी कैंसर के रूप हैं (Types of Cancer). आजकल कैंसर युवाओं को ही नहीं बल्कि बच्चों को भी अपने चपेट में ले रहा है. बच्चों में अधिकतर ब्लड कैंसर, ब्रेन और स्पाइनल कॉर्ड ट्यूमर, न्यूरोब्लास्टोमा व किडनी कैंसर की समस्या देखने को मिलती है. बच्चों में कैंसर के लक्षण (cancer in children symptoms) जल्दी दिखाई देने लगते हैं. क्या हैं वे लक्षण और बचाव के उपाय
बच्चों के लिए क्यों जानलेवा बन रहा कैंसर
देश में बच्चों के लिए कैंसर जानलेवा बनता जा रहा है, अन्य कई विकसित देशों की तुलना में भारत में कैंसर पीड़ित बच्चों का सर्वाइवल रेट आधा है. जिसकी वजह से भारत में बच्चों के लिए कैंसर से बच पाना मुश्किल होता जा रहा है. NCDIR और WHO ने बच्चों के कैंसर को लेकर एक स्टडी की है. रिपोर्ट के मुताबिक कैंसर से जूझ रहे 80 फीसदी बच्चों का इलाज कर उन्हें ठीक किया जा सकता है लेकिन अन्य कई विकसित देशों की तुलना में आज भी भारत इस बीमारी से बच्चों को बचाने में पीछे है. इस स्टडी के अनुसार भारत में अच्छे डॉक्टर-नर्स की कमी होने और बेहतर इलाज न मिल पाने की वजह से बच्चों को इस बीमारी से बचा पाना मुश्किल हो रहा है.
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Causes of Cancer
डाउन सिंड्रोम जैसी आनुवंशिक स्थिति कभी-कभी कैंसर के खतरे को बढ़ा सकती है. जिन बच्चों ने कैंसर के लिए कीमोथैरेपी या विकिरण उपचार किया है, उनमें फिर से कैंसर होने की संभावना अधिक होती है लेकिन बचपन के कैंसर के ज्यादातर मामले बढ़ती कोशिकाओं के जीन में परिवर्तन के कारण होते हैं
बच्चों में कैंसर के लक्षण
बच्चों में कैंसर के लक्षण जल्दी नजर आने लगते हैं. हालांकि इन्हें पहचाना पाना आसान भी नहीं होता ऐसे में शुरुआती लक्षणों को हम चोट या नार्मल बीमारी समझ कर इग्नोर कर देते हैं. इसलिए बच्चों में कैंसर के लक्षण कैसे दिखाई देते हैं यह जान लेना बहुत जरूरी है.
- त्वचा पीली पड़ने लगती है.
- मुंह और नाक से खून निकलना
- हड्डियों में दर्द होना
- चलने में परेशानी
- पीठ में दर्द होना
- पेट या जांघ पर गांठ
- सुबह के समय उल्टी होना
- नियमित बुखार और उदासी
- तेजी से वजन कम होना
- आंखों में अलग बदलाव नजर आना
- अचानक उभरने वाले न्यूरो संबंधी लक्षण
इलाज क्या है
कैंसर का पता लगते ही इसका इलाज जल्द से जल्द शुरू कर देना चाहिए, इसका इलाज जल्द शुरू कर देने से बच्चों की जान बचाई जा सकती है. कैंसर पीड़ित बच्चों के इलाज के लिए पहले उसका परीक्षण और जांच जरूरी है, फिर थैरेपी शुरू की जाती है. हर कैंसर का इलाज अलग होता है जिसमें सर्जरी, रेडियोथैरेपी और कीमोथैरेपी शामिल है.
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बच्चों के कैंसर से बचाव के उपाय
बच्चों को कैंसर से बचाने के लिए आपको खास रूप से खुद को भी और बच्चे को भी धूम्रपान या तंबाकू के सेवन से दूर रखना चाहिए. साथ ही बच्चों के दैनिक आहार में अधिक से अधिक मात्रा में फल, सब्जियां और साबुत अनाज को शामिल करना चाहिए. घर से बाहर निकलने पर खास रूप से बच्चों की त्वचा पर सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें साथ ही बच्चों के वजन का खास ध्यान रखें.
Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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Cancer Risk in Children: बच्चों में बढ़ रहे हैं इस तरह के कैंसर, जानें लक्षण और बचने के उपाय