डीएनए हिंदीः दिल टूटना बहुत दर्दनाक होता है ये तो सभी जानते हैं. ब्रेकअप या किसी के बिछड़ने से भी किसी की जान जा सकती है क्योंकि इसके पीछे वजह ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम जिम्मेदार होता है.
अगर आप ब्रेकअप के दौर से गुजर रहे या किसी से ब्रेकअप की सोच रहे तो एक बार इस खबर को भी जरूर पढ़ लें क्योंकि इस सिंड्रोम से जान भी जा सकती है और एक स्वस्थ इंसान भी अचानक से इस सिंड्रोम के चपेट में आ सकता है. क्या है ये सिंड्रोम और कैसे ये हार्ट को प्रभावित करता है. साथ ही इसके लक्षण भी पहचानें.
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एक असफल प्रेम संबंध और किसी करीबी को खोने से जब दिल टूटता है तो भी सीने में दर्द होता है. हालांकि ये व्यक्ति के सहनशक्ति और दर्द पर निभर करता है. कोई सदमा बर्दाश्त कर लेता है और कुछ नहीं कर पाते. दर्द सहन न कर पाने वालों में ही ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम की समस्या होती है.
क्या सिंड्रोम में आता है हार्ट अटैक
ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम और हार्ट अटैक का लक्षण अमूमन एक जैसा ही होता है लेकिन दोनों एक दूसरे से बेहद अलग है. हालांकि दोनों में ही जान जाने का खतरा बराबर होत है. दिल का दौरा तब पड़ता है जब हार्ट आर्टरीज ब्लॉक हो जाती हैं. जिससे ब्लड ठीक से फ्लो नहीं हो पाता और टिश्यू डैमेज हो जाता है. जबकि ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम तनाव से दिल का आकार बढ़ जाता है और ब्लड को ठीक से पंप करने में परेशानी होती है.
क्या है ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम
इसे ताकुत्सुबो कार्डियोमायोपैथी या स्ट्रेस्ड इंड्यूज्ड कार्डियोमायोपेथी ब्रोकन हार्ट के नाम से भी जाना जाता है. ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम की समस्या तब होती है जब कोई व्यक्ति बहुत ज्यादा तनाव से गुजर रहा हो. इस दौरान दिल की मासंपेशियां बहुत कमजोर हो जाती हैं, जिससे दिल कमजोर हो जाता है.
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दो तरह का तनाव होता है इसके लिए जिम्मेदार
ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम के लिए दो तरह के तनाव जिम्मेदार होता है. पहला भावनात्मक और दूसरा शारीरिक तनाव. दुख, ज्यादा गुस्सा, डर में भी ये सिंड्रोम हो सकता है. वहीं कई बार शारीरिक समस्याओं में भी ये सिंड्रोम हो जाता है. असल में स्ट्रेस हार्मोन अधिक होने से दिल बहुत तेजी से धड़कने लगता है और उसपर प्रेशर पड़ने लगता है. इससे ब्लड को ठीक से पंप करने में दिक्कत होती है. दिल की इस तरह की बहुत ज्यादा उत्तेजना स्ट्रेस कार्डियोमायोपैथी का कारण बनती है.
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- ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम के लक्षण
- अचानक सीने में दर्द और जकड़न होना
- सांस लेने में तकलीफ होना
- थकान या कमजोरी महसूस होना
- इन लक्षणों के अलावा कुछ लोगों में लो बीपी या हाइपोटेंशन भी होता है. इसके अलावा बहुत ज्यादा पसीना आना, दिल की धड़कन तेज होना और मतली आना भी ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम के सामान्य लक्षण हैं.
क्या ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम घातक है
ज्यादातर लोगों के लिए ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम एक अस्थाई स्थिति है. ज्यादातर लोग बिना किसी खतरे के इससे आसानी से उभर जाते हैं. फिर भी समस्या गंभीर होने पर लोग इससे मर भी सकते हैं. यह स्थिति अनियसमित दिल की धड़कन का कारण बनती है, जिससे कार्डियोजेनिक शॉक हो सकता है. इसमें आपका दिल कमजोर हो जाता है, जिससे शरीर के बाकी हिस्सों में ब्लड पंप करने की क्षमता सीमित हो जाती है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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Heart Disease: ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम से भी होता है सीने में दर्द, जा सकती है जान भी, पहचाने लक्षण