बढ़ती उम्र के साथ अक्सर कई लोगों को गठिया का रोग परेशान करने लगता है. आजकल की ख़राब लाइफस्टाइल और खानपान में गड़बड़ी के कारण ये समस्या कम उम्र के लोगों में (Arthritis And Joint Pain) भी देखने को मिल रही है. ऐसे में खानपान के साथ लाइफ़स्टाइल में सुधार करना बहुत ही जरूरी है, ताकि इस समस्या से बचा जा सके. गठिया रोग से छुटकारा पाने के लिए लोग कई तरह की दवाओं का सहारा लेते हैं या घरेलू नुस्खे अपनाते हैं. इन्हीं में से एक है हरसिंगार (Harsingar). बता दें कि हरसिंगार के फूल, पत्तियों और छाल का इस्तेमाल आयुर्वेद में सालों से कई गंभीर बीमारियों के इलाज में किया जाता (Harsingar Benefits).रहा है. आइए जानते हैं गठिया रोग में यह कितना फायदेमंद है और (Harsingar Leaves Benefits) इसके इस्तेमाल का सही तरीका क्या है...
गठिया रोग में हरसिंगार की पत्तियों के फायदे (Benefits Of Harsingar In Arthritis And Joint Pain)
आयुर्वेद के अनुसार हरसिंगार के पौधों में कुछ फाइटोकेमिकल कंपाउंड होता है और यह एंटी-एलर्जी, एंटी बैक्टीरियल, एंटीवायरल, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-डायबिटिक जैसे कई औषधीय गुणों से भरपूर होता है. इससे जोड़ों के दर्द और गठिया के दर्द से आराम मिलता है.
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एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण से भरपूर
इसके अलावा हरसिंगार में सूजनरोधी गुण होते हैं, जो गठिया जैसी स्थितियों में सूजन जोड़ों के दर्द में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, हरसिंगार सूजन को कम करके राहत प्रदान कर सकता है और इसके सक्रिय कंपाउंड सूजन को काम करते हैं, जिससे गठिया से जुड़े दर्द में आराम मिलता है.
एंटीऑक्सीडेंट्स गुण से भरपूर
वहीं हरसिंगार में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से निपटने में मदद करते हैं. दरअसल गठिया में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस टिश्यू को डैमेज कर सकते हैं और जोड़ों की सूजन को बढ़ा दते हैं. ऐसे में हरसिंगार के एंटीऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल्स इसके प्रभाव को कम कर सकते हैं और इससे जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है.
जोड़ों के दर्द को करे कम
बता दें कि गठिया और जोड़ों के दर्द को कम करने के लिए आप हरसिंगार का इस्तेमाल कर सकते हैं. दरअसल इसमें कैल्शियम और फास्फोरस पाया जाता है और यह मिनरस्ल हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं. इतना ही नहीं हरसिंगार के नियमित सेवन से बोन डेंसिटी बेहतर होती है और इससे ऑस्टियोपोरोसिस का जोखिम कम होता है.
ऐसे करें सेवन (How To Eat Harsingar In Arthritis Pain)
हरसिंगार की चाय: हरसिंगार के फूलों और पत्तियों को उबालकर इसकी चाय की बना लें. आप इस चाय को सुबह खाली पेट पी सकते हैं.
हरसिंगार की पत्तियों का अर्क: इसके अलावा आप टिंचर (दवा) के रूप में हर सिंगार की पत्तियों का अर्क का पी सकते हैं.
हरसिंगार का तेल: वहीं हरसिंगार के तेल से जोड़ों की मसाज करने से आपको दर्द में आराम मिलता है.
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Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.
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गठिया-जोड़ों के दर्द में दवा का काम करती हैं इस फूल की पत्तियां, जानें इस्तेमाल का सही तरीका